प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन (Sahibabad RapidX Station) पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के (Delhi-Ghaziabad-Meerut RRTS Corridor) प्रायोरिटी सेक्शन का उद्घाटन किया. उन्होंने भारत में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (Regional Rapid Transit System) के शुभारंभ के साथ साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ने वाली पहली रैपिडएक्स ट्रेन (RapidX Train) को भी हरी झंडी दिखाई, जिसका नाम NaMo Bharat रखा गया है.
यह आम लोगों के लिए शनिवार, यानी 21 अक्टूबर से चालू हो जाएगा. यानी कल से आप इसमें सफर कर सकेंगे. आरआरटीएस एक नई रेल-आधारित सेमी-हाई स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी वाली कम्यूटर ट्रांज़िट सिस्टम है.
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी सेक्शन का उद्घाटन किया गया, जो गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई स्टेशनों के साथ साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ेगा. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 8 मार्च 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर की आधारशिला रखी गई थी.
NCR में विकसित किए जाएंगे आठ RRTS कॉरिडोर
बता दें कि नए विश्व स्तरीय परिवहन बुनियादी ढांचे के निर्माण के माध्यम से देश में रीजनल कनेक्टिविटी को बदलने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) परियोजना विकसित की जा रही है. इसके तहत एनसीआर में विकसित किए जाने वाले कुल आठ आरआरटीएस कॉरिडोर की पहचान की गई है, जिनमें से तीन कॉरिडोर को चरण- I में लागू करने के लिए प्राथमिकता दी गई है. पहले चरण के तीन कॉरिडोर में दिल्ली - गाजियाबाद - मेरठ कॉरिडोर, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर कॉरिडोर; और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर शामिल है.
100-160KM प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़गी नमो भारत
बता दें कि पहले चरण में RapidX या नमो भारत गाजियाबाद के साहिबाबाद से दोहाई डिपो के बीच चलेगी. इसके पहले फेज में 5 स्टेशन होंगे. इनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन शामिल हैं. पूरी तरह से ऑपरेशनल होने के बाद इसकी रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी. RapidX साहिबाबाद से दुहाई डेपो के बीच 17 किलोमीटर की दूरी 15 से 17 मिनट में पूरी करेगी. इसकी फ्रीक्वेंसी 15 मिनट रखी गई है. यह हर स्टेशन पर 30 सेकंड के लिए रुकेगी.
मेट्रो की तर्ज पर महिलाओं के लिए अलग कोच
इसमें मेट्रो की तर्ज पर महिलाओं के लिए अलग कोच होगा. इसमें 50 प्रतिशत से ज्यादा महिला स्टाफ होगा, जिन्हें स्थानीय स्तर पर रिक्रूट किया गया है. इस हाई स्पीड ट्रैन में कुल 6 कोच होंगे. एक कोच प्रीमियम कैटेगरी के यात्रियों के लिए होगा जो इंजन के बाद पहला कोच होगा.
इतना हो सकता है किराया
बताया जा रहा है कि रैपिड ट्रेन मो भारत में प्रीमियम क्लास का किराया 40 से 100 रुपये तक होगा. वहीं,स्टैंडर्ड क्लास का किराया 20 से 50 रुपये होगा.
यात्रियों के मिलेगी कई खास सुविधाएं
ये ट्रेन ओवरहेड लगेज रैक, वाई-फाई और हर सीट पर एक मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट जैसी यात्री सुविधाओं के अलावा कई सुरक्षा सुविधाओं से भी लैस हैं. इसमें आम यात्रियों की सुविधा के लिए शताब्दी ट्रेन या हवाई जहाज की इकोनॉमी क्लास जैसी रिक्लाइनिंग सीटें लगाई गई हैं. हर तरफ डिजिटल स्क्रीन लगाई गई हैं, जो स्टेशन से जुड़ी जानकारी के साथ ही ट्रेन की रियल टाइम स्पीड भी बताएंगे. इसमें एंट्री के लिए हाई-टेक ऑटोमेटिक गेट्स लगे हैं, प्लेटफार्म और ट्रेन के ट्रैक के बीच ग्लास की दीवार भी लगाई गई है.