अयोध्या में 'प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होंगे : मुख्य अर्चक

‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम में मुख्य अर्चक की भूमिका निभाने जा रहे पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने उन खबरों का खंडन किया कि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से जुड़े अनुष्ठान में यजमान होंगे.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो).
वाराणसी:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मुख्य ‘यजमान' होंगे. ‘प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम में मुख्य अर्चक की भूमिका निभाने जा रहे पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही मुख्य यजमान होंगे.

दीक्षित ने उन खबरों का खंडन किया कि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ‘प्राण प्रतिष्ठा' से जुड़े अनुष्ठान में यजमान होंगे.

दीक्षित बुधवार को वाराणसी से अयोध्या के लिए रवाना हुए. उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' को फोन पर बताया कि पूर्व में उन्होंने राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ स्थित भगवान राम मंदिर में और ओडिशा के एक मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम संपन्न कराए थे.

अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किये जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन' किया गया. मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने यह जानकारी दी और कहा कि अनुष्ठानों का सिलसिला 22 जनवरी तक जारी रहेगा.

अनुष्ठानों का सिलसिला मंगलवार को शुरू हुआ जो बुधवार को यहां सरयू नदी के तट पर 'यजमान' (मुख्य यजमान) द्वारा ‘कलश पूजन' के साथ जारी रहा.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा, उनकी पत्नी और अन्य लोगों ने सरयू नदी तट पर ‘कलश पूजन' किया.

Advertisement

इसके पहले राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा था कि, ‘‘अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक जारी रहेगा. 11 पुजारी सभी ‘देवी-देवताओं' का आह्वान करते हुए अनुष्ठान कर रहे हैं.''

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Pahalgam Terror Attack: गोलियों की ताबड़तोड़ आवाज, डरे सहमे पर्यटक....आतंकी हमले का नया वीडियो
Topics mentioned in this article