प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन कर दिया है. बौद्ध भिक्षुओं को श्रीलंका से लेकर अंतरराष्ट्रीय विमान कुशीनगर की धरती पर उतर चुका है. पीएम मोदी यहां श्रीलंका से आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करेंगे. यहां से पीएम भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पहुंचेंगे और बौद्ध सम्मेलन को संबोधित करेंगे. दोपहर करीब एक बजे पीएम जनसभा स्थल जाकर राजकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करेंगे. साथ ही कुशीनगर की अलग-अलग विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. करीब पौने तीन बजे पीएम दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे. इस हवाई अड्डे से दुनिया भर के बौद्धों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल की यात्रा करने की सुविधा मिल सकेगी.
कुशीनगर हवाई अड्डे की अनुमानित लागत 260 करोड़ रुपये है. यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों को भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर जाने की सुविधा देगा और दुनिया भर के बौद्ध तीर्थस्थलों को जोड़ने की कोशिश है. इस हवाई अड्डे उत्तर प्रदेश और बिहार के आस-पास के जिलों को भी लाभ होगा. साथ ही क्षेत्र में निवेश और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.
इसी कार्यक्रम में बीजेपी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि दिल्ली से कुशीनगर के लिए सीधी फ्लाइट 26 नवंबर से शुरू होगी. उसके बाद 18 दिसंबर को कुशीनगर से मुंबई और कोलकाता की फ्लाइट जोड़ी जाएगी.
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि कुशीनगर हवाई अड्डे के उद्घाटन कार्यक्रम में 25 प्रतिनिधियों तथा 100 बौद्ध भिक्षुओं समेत तमाम विशिष्ट अतिथियों को पार्टिसिपेटरी रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन (पीडीआरएफ) की तरफ से काला नमक चावल से बना बुद्ध प्रसाद वितरित किया जाएगा.
कुशीनगर एक अंतरराष्ट्रीय बौद्ध तीर्थस्थल है, जहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था. कुशीनगर बौद्ध सर्किट का केंद्र बिंदु है. इस सर्किट में लुंबिनी, सारनाथ और गया भी शामिल हैं.
नागर विमानन मंत्रालय के मुताबिक, हवाई अड्डे के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री बुधवार को बौद्ध स्थल महापरिनिर्वाण स्तूप और मंदिर में एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे जिसमें श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षु और श्रीलंका सरकार के मंत्री शामिल होंगे.