दिल्ली में 12 जनवरी, 2025 को 'विकसित भारत युवा नेता संवाद' का आयोजन होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. अगर आप भी इसमें हिस्सा लेना चाहते हैं, तो एक क्विज में हिस्सा लेना होगा.
PM मोदी ने 'X' पर लिखा, "मेरे युवा मित्रों, एक रोचक क्विज (https://quiz2.mygov.in/) है, जो सुनिश्चित करेगी कि आप 12 जनवरी, 2025 को ऐतिहासिक 'विकसित भारत युवा नेता संवाद' का हिस्सा बन सकें. यह आपके अभिनव विचारों को सरकार के शीर्ष स्तर तक पहुंचाने का एक बहुत ही खास अवसर है. यह हमारे विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में आपका अमिट योगदान होगा."
12 जनवरी 2025 को स्वामी विवेकानंद की 162 वीं जयंती है.
इससे पहले पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में 'मन की बात' के 116 वें संस्करण में भी 'विकसित भारत युवा नेता संवाद' का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि युवा मन जब एकजुट होकर देश की आगे की यात्रा के लिए मंथन करते हैं, चिंतन करते हैं, तो निश्चित रूप से इसके ठोस रास्ते निकलते हैं.
12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर देश 'युवा दिवस' मनाता है. अगले साल स्वामी विवेकानंद जी की 162 वीं जयंती है. इस बार इसे बहुत खास तरीके से मनाया जाएगा. इस अवसर पर 11-12 जनवरी को दिल्ली के 'भारत मंडपम' में युवा विचारों का महाकुंभ होने जा रहा है, और इस पहल का नाम है 'विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग'.
देशभर से करोड़ों युवा इसमें भाग लेंगे
गांव, ब्लॉक, जिले, राज्य और वहां से निकलकर चुने हुए ऐसे दो हजार युवा भारत मंडपम में 'विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग' के लिए जुटेंगे. आपको याद होगा, मैंने लाल किले की प्राचीर से ऐसे युवाओं से राजनीति में आने का आह्वान किया है, जिनके परिवार का कोई भी व्यक्ति और पूरे परिवार का पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है, ऐसे एक लाख युवाओं को, नए युवाओं को, राजनीति से जोड़ने के लिए देश में कई तरह के विशेष अभियान चलेंगे.
'विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग' भी ऐसा ही एक प्रयास है. इसमें देश और विदेश से एक्सपर्ट्स आएंगे. अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तियां भी रहेंगी. मैं भी इसमें ज्यादा-से-ज्यादा समय उपस्थित रहूंगा. युवाओं को सीधे हमारे सामने अपने आइडियाज को रखने का अवसर मिलेगा. देश इन आइडियाज को कैसे आगे लेकर जा सकता है? कैसे एक ठोस रोडमैप बन सकता है? इसका एक ब्लूप्रिंट तैयार किया जाएगा, तो आप भी तैयार हो जाइए, जो भारत के भविष्य का निर्माण करने वाले हैं, जो देश की भावी पीढ़ी हैं, उनके लिए ये बहुत बड़ा मौका आ रहा है. आइए, मिलकर देश बनाएं, देश को विकसित बनाएं.