प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा ने कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccination) पर बैठक की. टीकाकरण अभियान में प्राइवेट सेक्टर को किस तरह शामिल किया जाए, इस पर चर्चा हुई. देश में टीकाकरण अभियान की मौजूदा स्थिति की समीक्षा और अभियान में कैसे तेजी लाई जाए, इसके लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की गई. इस बैठक में कैबिनेट सेक्रेटरी, हेल्थ सेक्रेट्री, सेक्रेटरी (फार्मास्युटिकल्स) और नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ मौजूद थे.
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव को बताया गया कि भारत ने विदेश मंत्रालय के जरिए 13 देशों को सहायता के तौर पर कोविड वैक्सीन भेजी हैं. यह देश बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान, मालदीव, नेपाल, मॉरीशस, श्रीलंका, बहरीन, ओमान, अफगानिस्तान, बारबाडोस और डोमिनिका हैं. इनके अलावा 14 देशों को कमर्शियल कॉन्ट्रैक्ट के तहत भी कोविड वैक्सीन सप्लाई की गई हैं, यह देश है- बांग्लादेश, म्यांमार, मोरक्को, ब्राजील, मिस्र अल्जीरिया, साउथ अफ्रीका कुवैत, यूएई, सऊदी अरब, मैक्सिको, डोमिनिकन रिपब्लिक.
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बैठक में यह भी बताया गया कि लाभार्थी अपना रजिस्ट्रेशन खुद करवा सकें, इसके लिए Co-Win डिजिटल ऐप का वर्जन 2.0 तैयार है और निकट भविष्य में इस को लॉन्च किया जाएगा. यह भी चर्चा की गई कि मौजूदा टीकाकरण अभियान में प्राइवेट सेक्टर को महत्वपूर्ण तरीके से शामिल किया जाए. इससे 50 वर्ष से ऊपर के टीका लगवाने वाले लोगों को कोविड वैक्सीन के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाने में आसानी रहेगी.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, टीकाकरण अभियान में प्राइवेट सेक्टर की भूमिका में अच्छी बढ़ोतरी होगी. साथ ही फरवरी और मार्च में टीकाकरण अभियान में तेजी लाई जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, अभी रोजाना 10-11 हजार टीकाकरण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं. अगला फेज जब शुरू होगा तो इनको 4 से 5 गुना बढ़ाया जाएगा. अभी करीब 2000 प्राइवेट हॉस्पिटल टीकाकरण अभियान में शामिल हैं, आगे इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी.
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स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर के बाद अगली प्राथमिकता ऐसे लोगों की है, जिनकी उम्र 50 वर्ष से ज्यादा है या जो लोग पुरानी गंभीर बीमारी के शिकार हैं. आबादी के ऐसे वर्ग के लिए कोशिशें जारी हैं और अगले 2 से 3 हफ्ते में इनके लिए टीकाकरण प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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