गुजरात के मेहसाणा जिले का वडनगर गांव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का पैतृक गांव तो है ही, साथ ही ढाई हजार साल पुरानी संस्कृति, नगरीय सभ्यता व संगीत की दुनिया में भी पहचान बना चुका है. एक तरह से अब यह पर्यटन स्थल का रूप ले चुका है. हजारों लोग अब इसे इसी रूप में देखने के लिए आते हैं. अब केंद्र सरकार (Modi Government) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांव वडनगर के विकास की योजना बनाई है. वडनगर की कायापलट (PM Modi hometown Vadnagar) के ड्रीम प्रोजेक्ट पर मोदी की योजनाएं आकार ले रही हैं.
जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार चार चरण में वडनगर का विकास करेगी. यहां एक अनोखा हेरिटेज म्यूजियम बनेगा. इसके अलावा वडनगर की 16वीं सदी की नृत्यांगनाएं ताना-रीरी की याद में एक संगीत अकादमी और योग का एक अनोखा स्कूल बनेगा. इतना ही नहीं, वडनगर को उदयपुर की तरह गुजरात की पहली लेकसिटी भी बनाया जाएगा.
जहां मोदी ने पढ़ाई की थी, वह स्कूल बनेगा इंस्पिरेशन डेस्टिनेशन
वडनगर में एक 19वीं सदी का स्कूल है. यहां नरेंद्र मोदी ने पढ़ाई की थी. इस स्कूल को अब इंस्पिरेशन डेस्टिनेशन के रूप में तैयार किया जा रहा है. देशभर से 1500 बच्चों को यहां लाया लाएगा. यहां उन्हें प्रेरणा के संदेश मिलेंगे. इस इंस्पिरेशन डेस्टिनेशन में डिजिटल और फिजिकल एजुकेशन का इंतजाम भी किया जा रहा है.
वडनगर का बौद्ध और जैन धर्म से गहरा है रिश्ता
वडनगर का बौद्ध और जैन धर्म से गहरा है रिश्ता है. वडनगर की अब तक की खुदाई में ढाई हजार साल का सिविलाइजेशन मिल चुका है. वडनगर का जिक्र महाभारत, पुराणों और ग्रन्थों में भी किया गया है. इस तरह की विस्तृत खोज अभी तक भारत में नहीं हुई है.
विकास का पर्याय है शर्मिष्ठा तालाब
कुछ साल पहले तक वडनगर एक सामान्य गांव था, लेकिन अब एक शानदार पर्यटन स्थल बन गया है. इसमें आलीशान रेलवे स्टेशन शामिल हैं. गांव का शर्मिष्ठा तालाब अब विकास का पर्याय बन गया है. साबरमती रिवर फ्रंट की तरह इस तालाब के चारों ओर फुट ओवर ब्रिज व एक टापू भी बनाया गया है. तालाब में चलती मोटर बोट एक सुखद अहसास कराती है. टावर बिल्डिंग में थ्रीडी शो के जरिये गांव का इतिहास बताया जाता है.
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