प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटापे के खिलाफ जंग को मजबूत करने और खाद्य तेल की खपत कम करने के लिए जागरूकता फैलाने की अपील रविवार को मन की बात कार्यक्रम में की थी. अब इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने देश के 10 जानी-मानी हस्तियों को नॉमिनेट किया है और उनसे अनुरोध किया कि वे भी 10-10 लोगों को नामित करें, ताकि यह आंदोलन देशव्यापी बन सके.
पीएम ने इस पहल को #FightObesity का नाम देते हुए कहा कि यह सामूहिक प्रयास भारत को फिट और स्वस्थ बनाने में मदद करेगा.
कौन हैं ये 10 नामित हस्तियां?
प्रधानमंत्री ने जिन लोगों को इस मुहिम में शामिल होने के लिए चुना, वे विभिन्न क्षेत्रों से हैं.
- आनंद महिंद्रा- महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन हैं जो उद्योग जगत में अपनी दूरदर्शिता के लिए जाने जाते हैं. आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर भी बेहद लोकप्रिय रहे हैं.
- दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' - दिनेश लाल यादव 'निरहुआ', भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और आजमगढ़ से सांसद हैं.
- मनु भाकर - मनु भाकर, ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज रही हैं. इन्होंने युवाओं को प्रेरित किया है. पीएम मोदी की तरफ से इन्हें भी नॉमिनेट किया गया है.
- मीराबाई चानू - मीराबाई चानू वेटलिफ्टिंग में ओलंपिक रजत पदक विजेता हैं.
- मोहनलाल- मोहनलाल, मलयालम फिल्मों के दिग्गज अभिनेता हैं. ये दक्षिण भारत में बेहद लोकप्रिय हैं.
- नंदन नीलेकणि - नंदन नीलेकणि इन्फोसिस के सह-संस्थापक और आधार प्रोजेक्ट के प्रमुख रह चुके हैं.
- उमर अब्दुल्ला - उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में इनकी पार्टी को शानदार जीत मिली थी.
- आर. माधवन- आर. माधवन, बॉलीवुड और साउथ फिल्मों के मशहूर अभिनेता हैं. ये अपनी फिटनेस के लिए भी चर्चित रहे हैं.
- श्रेया घोषाल - श्रेया घोषाल, देश की जानी-मानी playback सिंगर रही हैं. जिनकी आवाज़ लाखों दिलों में बसती है.
- सुधा मूर्ति- सुधा मूर्ति लेखिका और इन्फोसिस फाउंडेशन की पूर्व चेयरपर्सन है. ये सामाजिक कार्यों के लिए भी जानी जाती हैं.
मुहिम का क्या है मकसद?
प्रधानमंत्री ने इस पहल के जरिए देश में बढ़ते मोटापे की समस्या पर लोगों का ध्यान खींचा है. पीएम मोदी ने कहा कि खाद्य तेल का अधिक इस्तेमाल कम करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. इन नामित हस्तियों से उम्मीद है कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर लोगों को जागरूक करेंगी और इस चेन को आगे बढ़ाएंगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अधिक वजन या मोटापा कई तरह की परेशानियों को, बीमारियों को भी जन्म देता है लेकिन सब मिलकर छोटे-छोटे प्रयासों से इस चुनौती से निपट सकते हैं. उन्होंने इसका तरीका सुझाते हुए कहा, ‘‘खाने के तेल में 10 प्रतिशत की कमी करना। आप तय कर लीजिए कि हर महीने 10 प्रतिशत कम तेल उपयोग करेंगे. आप तय कर सकते हैं कि जो तेल खाने के लिए खरीदा जाता है, खरीदते समय ही अब 10 प्रतिशत कम ही खरीदेंगे.''
मोदी ने तेल की खपत में 10 प्रतिशत की कटौती करने के साथ ही कहा कि वह 10 लोगों से ऐसा करने का अनुरोध करें और फिर वे 10 लोग अन्य 10 व्यक्तियों को ऐसा करने की चुनौती दें.
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