PM मोदी ने किशिदा को पत्र लिख जापान में भूकंप में मारे गए लोगों के प्रति संवदेना जताई

PM मोदी ने कहा, ‘‘मैं जापान में एक जनवरी को आए भीषण भूकंप के बारे में जानकर बहुत दुखी और चिंतित हूं.’’ एक सूत्र ने बताया कि जापानी प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मोदी ने कहा, ‘‘मैं जान गंवाने वालों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. हम आपदा से प्रभावित जापान और उसके लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं.’’

Advertisement
Read Time: 6 mins

 नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा को पत्र लिखकर एक जनवरी को आए विनाशकारी भूकंप से प्रभावित जापान और उसके लोगों के साथ भारत की एकजुटता व्यक्त की. सूत्रों ने बताया कि मोदी ने बृहस्पतिवार को किशिदा को पत्र लिखकर कहा कि भारत एक विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदार के रूप में जापान के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और इस घड़ी में हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है.

जापान के सबसे उत्तरी प्रायद्वीप नोटो में सोमवार को आए 7.6 तीव्रता के भूकंप में करीब 90 लोगों की मौत हो गई. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने अपने जापानी समकक्ष से कहा कि वह भूकंप को लेकर ‘बेहद दुखी और चिंतित' हैं और उन्होंने भूकंप में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति ‘गहरी संवेदना' व्यक्त की.

Advertisement

मोदी ने कहा, ‘‘मैं जापान में एक जनवरी को आए भीषण भूकंप के बारे में जानकर बहुत दुखी और चिंतित हूं.'' एक सूत्र ने बताया कि जापानी प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मोदी ने कहा, ‘‘मैं जान गंवाने वालों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. हम आपदा से प्रभावित जापान और उसके लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं.''

जापान की क्योदो समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है और 240 से अधिक लोग अब भी लापता हैं. इसमें कहा गया है कि अधिकारियों ने भूकंप बचाव अभियान में भाग लेने वाले आत्मरक्षा बलों के कर्मियों की संख्या दोगुनी करके 4,600 कर दी है.

ये भी पढ़ें:-  
मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी टेस्ट के आरोपों की CBI जांच होगी, LG ने की थी सिफारिश

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Rahul Gandhi के हिंदुओं, BJP, RSS पर दिए बयान पर आपत्ति के बाद हटाए गए भाषण के अंश
Topics mentioned in this article