प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर चलने वाले क्रूज़ को हरी झंडी दिखाई, साथ ही टेंट सिटी का भी उद्घाटन किया. क्रूज की यात्रा आज से वाराणसी से शुरू हो गई है. एमवी गंगा विलास क्रूज दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर चलने वाला क्रूज है.
उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज काशी से डिब्रूगढ़ के बीच दुनिया की सबसे लंबी नदी जल यात्रा गंगा विलास क्रूज का शुभारंभ हुआ है. इससे पूर्वी भारत के अनेक पर्यटक स्थल विश्व पर्यटन मानचित्र में और प्रमुखता से आने वाले हैं.
समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े बिहार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि क्रूज राज्य के 6 स्थलों बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव में रुकेगा. क्रूज के बिहार से गुजरने पर पर्यटकों का संस्कृति और इतिहास से परिचय होगा. यात्रा को सुगम और गतिमान बनाने के लिए जिलों में एक-एक नोडल अधिकारी बनाए गए हैं.
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले तीन दिनों में रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास के पर्यटकों ने वाराणसी और आसपास के स्थानों का दौरा कर संस्कृति का अनुभव किया. काशी आज एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ रही है.
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करना चाहता हूं, क्योंकि जिस रिवर क्रूज की आज शुरुआत हो रही है ये काशी से असम को भी जोड़ रहा है. इस क्रूज में जो यात्री आएंगे उन्हें मां कामाख्या का दर्शन करने को मिलेगा और काजीरंगा आदि को देखने को मिलेगा.
इस मौके पर वाराणसी के रविदास घाट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. इसके अलावा प्रधानमंत्री यूपी के चार कम्युनिटी जेटी और काशी में पर्यटकों के लिए टेंट सिटी का भी औपचारिक उद्घाटन किया.
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सैदपुर, चोचकपुर, जमानिया और बलिया जिले के कंसपुर में चार फ्लोटिंग कम्युनिटी जेटी बनाए गए हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री बिहार के पटना जिले के दीघा, नकटा दियारा, बाढ़, पानापुर और समस्तीपुर जिले के हसनपुर में पांच सामुदायिक घाटों की भी आधारशिला रखी.
अंतर्देशीय जलमार्ग परियोजनाएं
प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल का भी उद्घाटन किया. जल मार्ग विकास परियोजना के तहत विकसित हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल की कार्गो हैंडलिंग क्षमता लगभग तीन मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) है और बर्थ को लगभग 3000 डेडवेट टनेज (डीडब्ल्यूटी) तक के जहाजों को संभालने के लिए डिजाइन किया गया है.
प्रधानमंत्री ने गुवाहाटी में पूर्वोत्तर के लिए समुद्री कौशल विकास केंद्र का भी उद्घाटन किया. यह उत्तर पूर्वी क्षेत्र में समृद्ध प्रतिभा को तराशने में मदद करेगा और तेजी से बढ़ते लॉजिस्टिक उद्योग में रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करेगा.
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने गुवाहाटी में पांडु टर्मिनल में एक जहाज मरम्मत सुविधा और एक एलिवेटेड रोड की आधारशिला भी रखी. पांडु टर्मिनल पर शिप रिपेयर सुविधा से समय की बचत होगी, क्योंकि एक जहाज को कोलकाता रिपेयर फैसिलिटी तक ले जाने और वापस लाने में एक महीने से अधिक का समय लगता है. इसके अलावा इससे धन की भारी बचत भी होगी, क्योंकि जहाज की परिवहन लागत भी बचेगी. पांडु टर्मिनल को राष्ट्रीय राजमार्ग 27 से जोड़ने वाली सड़क की 24 घंटे की कनेक्टिविटी रहेगी.