मोदी के हाथ में राष्ट्रपति की इस चिट्ठी में होता क्या है? PM के 'नियुक्ति पत्र' की हर बात जानिए

राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि 18वीं लोकसभा में 5 साल के कार्यकाल में वे उसी गति और समर्पण भाव से देश की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे.

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नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने नए सरकार के गठन को लेकर शुक्रवार शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) से मुलाकात की. राष्ट्रपति ने उन्हें फिर से प्रधानमंत्री नियुक्त किया और नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित भी किया. इस दौरान महामहिम ने पीएम को एक पत्र भी सौंपा. ये नई सरकार गठन के दौरान की एक प्रक्रिया होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पत्र में क्या लिखा होता है?

राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री को दिए नियुक्त पत्र,
भारत के संविधान के अनुच्छेद 75(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति ने आपको प्रधानमंत्री नियुक्त किया है.
मैं आपसे अनुरोध करती हूं,
i) मुझे केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के रूप में नियुक्त किए जाने वाले अन्य लोगों के नामों के बारे में सलाह दें.
ii) राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और समय बताएं.

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चुनाव के बाद सरकार गठन को लेकर अब तक क्या-क्या हुआ :

  • सबसे पहले चुनाव आयुक्तों ने गुरुवार को राष्ट्रपति को लोकसभा इलेक्शन के नतीजे सौंपे.
  • इसके बाद गुरुवार शाम को भारत के राजपत्र में परिणाम को प्रकाशित किया गया.
  • फिर आज नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल की बैठक में नेता चुना गया.
  • इसके बाद एनडीए के सभी नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की और उन्हें एनडीए संसदीय दल के फैसले की जानकारी दी.
  • इसके बाद शाम छह बजे एनडीए संसदीय दल के नेता और कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति से मुलाकात की.
  • नरेंद्र मोदी ने बताया कि उन्हें एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया है और वे सरकार बनाने का दावा पेश करने आए हैं.
  • राष्ट्रपति ने संख्या बल के आधार पर संविधान के अनुच्छेद 75 (1) के तहत नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया और उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया.
  • राष्ट्रपति ने साथ ही उनसे पूछा कि वे अपने साथ शपथ लेने वाले मंत्रिपरिषद के अन्य सहयोगियों के बारे में बताएं.
  • साथ ही, राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के दिन और समय के बार में जानकारी दें.
  • इसके बाद राष्ट्रपति ने उन्हें प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति का पत्र सौंप दिया.

साल 2014 और 2019 में भी लोकसभा चुनाव के बाद यही प्रक्रिया अपनाई गई थी.

राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया से कहा कि उन्होंने महामहिम को बताया है कि शपथ ग्रहण के लिए 9 जून की शाम को उन्हें सुविधा रहेगी, तब तक वो मंत्री परिषद की सूची राष्ट्रपति को सौंपेंगे.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो देशवासियों को विश्वास दिलाते हैं कि 18वीं लोकसभा में पांच साल के कार्यकाल में वे उसी गति और समर्पण भाव से देश की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे.

पीएम ने कहा कि आज सुबह एनडीए की बैठक हुई और सभी साथियों ने मुझे फिर से एक बार इस दायित्व के लिए पसंद किया है. एनडीए के सभी साथियों ने राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दी है. राष्ट्रपति ने मुझे बुलाया था और मुझे प्रधानमंत्री मनोनीत के रूप में नियुक्ति दी है.

नरेंद्र मोदी 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. वो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. 

4 जून को आए लोकसभा चुनाव के नतीजे में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिला है. भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को 293 सीट मिली हैं और 543 सदस्यीय लोकसभा में उसे बहुमत प्राप्त है.

राष्ट्रपति भवन में नई सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम की तैयारी चल रही है. इन्हीं तैयारियों के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन को 5 से 9 जून तक आमजनों के लिए बंद रखा गया है.

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