देश में कोरोना टीकाकरण (Covid vaccination) 106 करोड़ से ज्यादा हो गया है लेकिन कुछ जिले ऐसे हैं, जहां वैक्सीनेशन का कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कम वैक्सीनेशन कवरेज वाले जिलों के साथ 3 नवंबर को दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए समीक्षा बैठक करेंगे. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री इसी बैठक के दौरान 'हर घर दस्तक' अभियान लांच कर सकते हैं. इस अभियान के तहत देश में कोरोना वैक्सीन का टीका घर पर उपलब्ध कराया जाएगा. उन लोगों पर फोकस किया जाएगा जिन्होंने डेट निकल जाने के बाद दूसरी खुराक नहीं ली. साथ ही उन जिलों में भी वैक्सीनेशन तेज गति से चलाया जाएगा जहां कम टीके लगाए गए हैं. बैठक में पहली खुराक के 50 प्रतिशत से कम कवरेज और वैक्सीन की दूसरी खुराक के कम कवरेज वाले जिलों को शामिल किया जाएगा. प्रधानमंत्री झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और कम टीकाकरण कवरेज वाले जिलों के 40 से ज्यादा जिलों के अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे. इस मौके पर इन राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे.
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सरकार का लक्ष्य है कि अगले 3-4 महीनों में ही इतनी ही वैक्सीन लगाई जाएं. इसके लिए बड़े पैमाने पर वैक्सीन उत्पादन को लेकर भी तैयारियां चल रही हैं. भारत में कोविड वैक्सीनेशन बढ़ने के साथ कोरोना के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है. कोरोना के रोजाना के केस अब 15-20 हजार के करीब रह गए हैं, जो कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 4 लाख के भी पार हो गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी जी20 समिट (G20 summit)और कॉप 26 सम्मेलन (COP26) में हिस्सा लेने इटली गए हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को ये जानकारी दी है.
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सूचना में कहा गया है कि इस समीक्षा बैठक में उन जिलों को शामिल किया गया है, जहां पात्र आबादी में से 50 फीसदी को भी कोरोना की एक डोज लग पाई है. जबकि उन जिलों में कोरोना की दूसरी डोज का स्तर भी संतोषजनक स्तर पर नहीं है. इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री झारखंड, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और कुछ अन्य राज्यों के ऐसे ही जिलों में कोरोना टीकाकरण की समीक्षा करेंगे.
वहीं रोम में हो रहे जी-20 सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा है कि भारत अगले साल के अंत तक 5 अरब से ज्यादा कोविड वैक्सीन का उत्पादन कर सकता है. यह कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में निर्णायक कदम साबित हो सकता है.