पीएम मोदी आज नए संसद भवन के निर्माण के लिए भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे

शिलान्यास समारोह के दौरान सर्व धर्म प्रार्थना होगी और पीएम नरेंद्र मोदी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, लोकसभा अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे

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नया संसद भवन निर्माण के पश्चात ऐसा दिखाई देगा.
नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) गुरुवार, 10 दिसम्बर नए संसद भवन (Sansad Bhavan) का शिलान्यास करेंगे. नए संसद भवन के निर्माण के लिए शिलान्यास कार्यक्रम दोपहर 12:55 बजे शुरू होगा. पीएम मोदी भूमिपूजन और शिलान्यास दोपहर एक बजे करेंगे. इसके पश्चात डेढ़ बजे सर्व धर्म प्रार्थना होगी और दोपहर सवा दो बजे पीएम मोदी समारोह को संबोधित करेंगे. लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे.

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद वेंकटेश जोशी, आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप एस पुरी, राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री, सांसद, सचिव, राजदूत, उच्चायुक्त भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे.

उप-राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडु और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पांच अगस्त 2019 को क्रमशः राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही के दौरान नए संसद भवन के लिए प्रस्ताव पेश किया था. इसके पश्चात लोकसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में सामान्य प्रयोजनों संबंधी समिति द्वारा इस मामले पर कार्यवाही की गई थी. समिति ने नए संसद भवन के डिजाइन में शामिल किए जाने के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार किए थे. यह भी सिफारिश की गई थी कि नए संसद भवन में भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने के लिए सम्पूर्ण देश के दस्तकार और शिल्पकार अपना योगदान देंगे.

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नए संसद भवन का निर्माण वर्तमान संसद भवन के समीप लगे प्लॉट संख्या 118 पर किया जा रहा है. नए  संसद भवन के डिजाइन में वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बेहतर सुविधाओं, पर्याप्त स्थान और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का प्रावधान किया गया है.

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'आत्मनिर्भर भारत'  के अग्रदूत के रूप में यह नया भवन वर्ष 2022 में देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 'नए भारत'  की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पूरा करेगा. चूंकि, यह भवन एक अत्याधुनिक एवं ऊर्जा-कुशल संरचना होगी इसलिए इसमें सुदृढ़ सुरक्षा- प्रणाली भी होगी. लोकसभा का नया कक्ष वर्तमान कक्ष के आकार से तीन गुना बड़ा होगा और राज्यसभा का कक्ष भी काफी बड़ा होगा. यह भवन भारतीय संस्कृति और हमारी क्षेत्रीय कलाओं, हस्तशिल्पों, टेक्सटाईल्स और स्थापत्य की विविधता का समृद्ध मिश्रण प्रस्तुत करेगा. इसमें एक भव्य केंद्रीय संविधान कक्ष का भी प्रावधान होगा.

मौजूदा संसद भवन के शिलान्यास का पत्थर 12 फरवरी 1921 को रखा गया था.

वर्तमान संसद भवन की पुरानी तस्वीरें.

यह नया भवन संसाधन-कुशल हरित प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगा, पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देगा, रोजगार के अवसरों का सृजन करेगा और आर्थिक मजबूती को बढ़ाएगा. इसमें  उच्च गुणवत्ता वाली ध्वनि प्रणाली और दृश्य-श्रव्य सुविधाएं, बैठने के लिए बेहतर एवं आरामदायक व्यवस्था,  प्रभावी एवं समावेशी आपातकालीन सुविधाएं होंगी. यह भवन भूकम्पीय जोन-5 की आवश्यकताओं का अनुपालन करने सहित उच्च स्तरीय संरचनात्मक सुरक्षा मानकों का भी अनुपालन करेगा और इसे रखरखाव और प्रचालन की सरलता को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है.

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