प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) से बात की और दोनों नेताओं ने युद्ध प्रभावित यूक्रेन की स्थिति और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार जॉनसन के साथ यूक्रेन मुद्दे (Ukraine War) को लेकर टेलीफोन पर हुई बातचीत में, प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध को समाप्त करने और बातचीत, कूटनीति के रास्ते पर लौटने की अपील दोहराई. पीएमओ के अनुसार उन्होंने समकालीन विश्व व्यवस्था के आधार के रूप में अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के संबंध में भारत की धारणा पर जोर दिया.
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पीएमओ ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय हितों के मुद्दों पर भी चर्चा की और व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, रक्षा और सुरक्षा, तथा लोगों से लोगों के स्तर पर संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की. नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते पर जारी वार्ता में सकारात्मक गति पर संतोष व्यक्त किया और पिछले साल दोनों नेताओं के बीच डिजिटल शिखर सम्मेलन के दौरान अपनाए गए‘भारत-ब्रिटेन रोडमैप 2030' को लागू करने में प्रगति की भी सराहना की. इसबीच लंदन के ‘डाउनिंग स्ट्रीट' (ब्रिटिश प्रधानमंत्री का कार्यालय) के प्रवक्ता की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि जॉनसन ने भारत से क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने के लिए ब्रिटेन के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया. माना जाता है कि दोनों नेताओं ने इस पर सहमति जताई कि अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान ही एकमात्र रास्ता है.
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प्रवक्ता ने कहा, ‘‘नेताओं ने यूक्रेन के गंभीर हालात पर चर्चा की और प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि पुतिन के शासन की कार्रवाई बेहद चिंतित करने वाली और पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी है.''