PM Modi Speech Highlights
- PM मोदी ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष के आरोपों का विस्तार से जवाब दिया और कांग्रेस पर निशाना साधा.
- PM ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की सेना की सामर्थ्य और 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति का प्रतीक है.
- मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल में है और राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करती है.
PM Modi in Parliament: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब दिया. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संघर्षविराम वाले दावे से लेकर, सेना के हाथ बांधने और पीओके वापस न लेने जैसे सवालों का सिलसिलेवार ढंग से जवाब दिया. उनके निशाने पर कांग्रेस रही. पीएम मोदी ने कहा कि ये सत्र भारत के विजयोत्सव का सत्र है. ये भारत के गौरवगान का सत्र है. मैं कहना चाहूंगा कि ये विजयोत्सव दुश्मन को मिट्टी में मिलाने का है. ये विजयोत्सव सिंदूर की सौगंध पूरा करने का है. ये विजयोत्सव सेना के शौर्य और सामर्थ्य का प्रतीक है. तो 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति का प्रतीक है. जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता है, उन्हें मैं आईना दिखाने के लिए खड़ा हुआ हूं. आतंकी आकाओं और पाकिस्तान को ये पता है कि हमला हुआ तो भारत आएगा और घुसकर मारेगा. पीएम मोदी ने राहुल गांधी की चुनौती पर दो टूक कहा कि दुनिया के किसी देश ने भारत से ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा. जब ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई तो हम कहते हैं कि रोक क्यों दिया. वाह रे बयान बहादुरों, आपको विरोध का कोई न कोई बहाना चाहिए. जब आतंकी रोते हैं, उनके आका रोते हैं तो यहां भी कुछ लोग रोते हैं. कांग्रेस का भरोसा पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से बनता है. ऑपरेशन महादेव में आतंकी मारा गया तो सवाल उठा दिया कि ये कल ही क्यों हुआ.
POK वापस न लेने पर दिया जवाब
पीएम मोदी ने कहा, कुछ लोग सवाल पूछ रहे हैं कि पीओके को वापस क्यों नहीं लिया. किसकी सरकार में पीओके पर पाकिस्तान को कब्जा करने का अवसर मिला. जवाब साफ है. कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा से हमेशा समझौता किया. आजादी के बाद जो फैसले लिए गए, उनकी सजा आज तक देश भुगत रहा है. अक्साई चिन पर ये कहा कि ये जमीन तो बंजर है. देश की 38 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन हमें खोनी पड़ी. 1965 में हाजीपीर दर्रे पर भारतीय सेना ने जीत लिया था, लेकिन सरकार ने वापस कर दिया. 1971 युद्ध में 93 हजार पाकिस्तानी सैनिक युद्धबंदी थे, हजारों वर्ग किलोमीटर हमारे कब्जे में था. अगर तब थोड़ी समझ होती तो पीओके वापस लेने का मौका था. लेकिन वो अवसर छोड़ दिया गया. कम से कम करतारपुर साहिब तो ले सकते थे.
गोली का जवाब गोले से देंगे-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 9 मई को उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने हमसे बातचीत का प्रयास किया. लेकिन हमारी सेना की मीटिंग थी. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है. मेरा जो जवाब था, अगर पाकिस्तान का ये इरादा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा. अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो हम बड़ा हमला करके जवाब देंगे. आगे मैंने कहा था कि हम गोली का जवाब गोले से देंगे. ये 9 मई की रात की बात है और 10 मई को हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस नहस कर दिया. पाकिस्तान को ये पता है कि अगर दुस्साहस किया तो करारा जवाब दिया जाएगा.
आईना दिखाने के लिए खड़ा हूं
पीएम मोदी ने कहा, 22 अप्रैल को पहलगाम में जिस प्रकार की क्रूर घटना घटी, जिस प्रकार आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों को उनका धर्म पूछ पूछकर गोलियां मारीं, ये क्रूरता की पराकाष्ठा थी. भारत को हिंसा की आग में झोंकने का ये सुविचारित प्रयास था. भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी.पीएम मोदी ने कहा, मैं कहा था कि ऐसा हमला करने वालों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. उन्हें कल्पना से परे सजा मिलेगी. हमें हमारे सैन्यबलों की क्षमता पर पूरा भरोसा है. सेना को कार्रवाई की खुली छूट दी गई. ये मीटिंग में तय हुआ कि सेना तय करे कि कब, कहां और कैसे और किस प्रकार से कार्रवाई हो, ये सेना तय करे.
कांग्रेस की पुरानी आदत का जिक्र
कारगिल की विजय को भी कांग्रेस ने अभी तक नहीं अपनाया है. इन्होंने तो पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान को क्लीनचिट दे दी है. इनका ये कहना कि पहलगाम हमले में आतंकी पाकिस्तानी थे, इसका सबूत दो. यही नहीं, जब डोकलाम में हमारी सेना शौर्य दिखा रही थी तो कांग्रेस नेता चुपके चुपके किससे मिल रहे हैं, दुनिया जानती है.
हमने 10 सालों से तैयारी की
पीएम मोदी ने कहा कि अगर हमने 10 सालों में ऐसी तैयारी न की होती तो हमें कितना बड़ा नुकसान हो सकता था. युद्ध के दौरान हमारी तीनों सेनाओं के बीच गजब का समन्वय था. आज आतंकी आकाओं को नींद नहीं आती, उन्हें पता है कि हमला किया तो भारत आएगा और मार के जाएगा. दुनिया ने देख लिया कि हमारी कार्रवाई का दायरा कितना बड़ा है. सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान पर कार्रवाई की है. ऑपरेशन सिंदूर ने तय कर दिया कि भारत में आतंकी हमले की आकाओं और पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. हमारी एयर डिफेंस की दुनिया भर में पूरी चर्चा है. हमारी रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के कवच को तिनके की तरह बिखेर दिया था. पाकिस्तान
दुनिया भर से भारत को मिला समर्थन
दुनिया के किसी भी देश ने अपनी आत्मरक्षा के लिए भारत को कार्रवाई करने से रोका नहीं है. सिर्फ तीन देश ही ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था.फ्रांस-जर्मनी या कोई देश का नाम ले लीजिए, दुनिया भर से भारत को समर्थन मिला है. दुनिया का समर्थन मिला, दुनिया के देशों का समर्थन मिला, लेकिन ये दुर्भाग्य है कि मेरे देश के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला. 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद 3-4 दिन में ही ये उछल रहे थे. कहना शुरू कर दिया कि कहां गई 56 इंच की छाती. कहां खो गया मोदी. मोदी तो फेल हो गया.
आतंकियों की नाभि पर प्रहार किया
पीएम मोदी ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के समय हमारा लक्ष्य था कि जहां से पहलगाम आतंकी हमले की योजना बनी, ट्रेनिंग मिली, उन्हें ध्वस्त करना है. हमने उनकी नाभि पर हमला किया. पहलगाम के आतंकियों की जहां फंडिंग और टेक्निकल सपोर्ट मिलता था, वहां सटीक तरीके से हमने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों की नाभि पर प्रहार किया. इस बार भी हमारी सेना ने शत प्रतिशत लक्ष्यों को हासिल कर देश के सामर्थ्य का परिचय दिया है.
पाकिस्तान बेशर्मी से आतंकियों के साथ खड़ा हुआ
मैं डंके की चोट पर दोबारा दोहराता हूं. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को बता दिया कि हमने लक्ष्य पूरा कर लिया है. ताकि उन्हें पता चला सके. पाकिस्तान में समझदारी होती तो आतंकियों के साथ बेशर्मी से खुलेआम खड़े होने की हरकत नहीं करता. हम पूरी तरह तैयार थे, हमने दुनिया को बताया था कि हमारा लक्ष्य आतंकवाद है, आतंकी आका है और आतंकी ठिकाने हैं, लेकिन जब पाकिस्तान ने आतंकियों की मदद में आने का फैसला किया तो भारत की सेना ने सालों तक याद रहने वाला करारा जवाब दिया.
कांग्रेस मुद्दों के लिए पाकिस्तान पर निर्भर
पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से कांग्रेस मुद्दों के लिए पाकिस्तान पर निर्भर है. सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस ने सेना से सबूत मांगे थे. ये सर्जिकल स्ट्राइक क्या बड़ी बात है, ये तो हमने भी की थी. एक ने कहा कि तीन सर्जिकल स्ट्राइक की थी.ऑपरेशन बालाकोट के वक्त भी इन लोगों ने कहा, अब मोदी फंसा. जब अभिनंदन वापस आया तो इनकी बोलती बंद हो गया. जब पहलगाम हमले के बाद एक बीएसएफ पाकिस्तान की ओर चला गया तो भी यही बातें कही गईं. लेकिन बीएसएफ जवान आन-बान और शान के साथ वापस आया.
PM मोदी ने क्यों किया बाटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने दिल्ली की बाटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए कहा कि जब वहां (बाटला हाउस) मुठभेड़ हुई थी, तब कांग्रेस की एक वरिष्ठ नेता की आंखों में आंसू थे. वोट पाने के लिए इस बात को हिंदुस्तान के कोने-कोने में पहुंचाया गया.
उन्होंने संसद हमले का जिक्र करते हुए आगे कहा, "2001 में जब भारत की संसद पर घातक हमला हुआ, तो कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने अफजल गुरु को संदेह का लाभ देने की बात कही थी. 26/11 को मुंबई में हुए बड़े आतंकवादी हमले के बाद एक पाकिस्तानी आतंकवादी को जिंदा पकड़ा गया. पाकिस्तानी मीडिया और दुनिया ने भी माना कि वह पाकिस्तान से था, लेकिन यहां कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान के इतने बड़े पाप पर क्या खेल कर रही थी? वे वोट बैंक की राजनीति के लिए इसको भगवा आतंक सिद्ध करने में लगे हुए थे."
'कांग्रेस दुनिया को हिंदू आतंकवाद की थ्योरी बेचने में लगी हुई थी'
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर हिंदू आतंकवाद की थ्योरी बेचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "कांग्रेस दुनिया को हिंदू आतंकवाद की थ्योरी बेचने में लगी हुई थी. कांग्रेस के एक नेता ने अमेरिका के बड़े राजनयिक को यहां तक कह दिया था कि लश्कर-ए-तैयबा से भी बड़ा खतरा भारत के हिंदू संगठन हैं. तुष्टिकरण की राजनीति के चलते कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में बाबा साहेब के बनाए गए संविधान को कदम रखने नहीं दिया. तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस हमेशा देश की सुरक्षा को बलि चढ़ाती रही है. तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस ने आतंकवाद से जुड़े कानूनों
'दुनिया के किसी भी नेता ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को नहीं रुकवाया'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को नहीं रुकवाया. उन्होंने कहा कि 9 मई की रात और 10 मई की सुबह हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस-नहस कर दिया था. आज पाकिस्तान भी जान गया है कि भारत का हर जवाब पहले से ज्यादा तगड़ा होता है. उसे ये भी पता है कि भविष्य में नौबत आई तो भारत आगे कुछ भी कर सकता है. इसलिए मैं फिर से लोकतंत्र के इस मंदिर में दोहराना चाहता हूं कि 'ऑपरेशन सिंदूर' जारी है. अगर पाकिस्तान ने दुस्साहस की, कल्पना की तो, उसे करारा जवाब दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के प्रहार ने पाकिस्तान को घुटने पर आने के लिए मजबूर कर दिया. पाकिस्तान ने डीजीएमओ को फोन कर गुहार लगाई कि बस करो, बहुत मारा. अब ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं है. प्लीज हमला रोक दो. भारत ने पहले ही दिन कह दिया था कि भारत ने अपने लक्ष्य पूरे कर दिए. अगर आप कुछ करोगे तो जवाब देंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि 9 तारीख की रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मुझसे बात करने का प्रयास किया. वह घंटे भर कोशिश कर रहे थे, लेकिन मेरी सेना के साथ बैठक चल रही थी, तो मैं फोन उठा नहीं पाया, लेकिन बाद में मैंने कॉल बैक किया. फिर अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझे बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है. इस पर मैंने कहा, अगर पाकिस्तान का ये इरादा है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा. अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो हम बड़ा हमला कर जवाब देंगे. आगे मैंने कहा था, 'हम गोली का जवाब गोले से देंगे'.
इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कहा, "अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 29 बार कहा कि हमने युद्ध रुकवाया. अगर दम है तो प्रधानमंत्री सदन में यह बोल दें कि वे असत्य बोल रहे हैं. इंदिरा गांधी की 50 प्रतिशत हिम्मत भी हो, तो वे यह कह देंगे. अगर सचमुच में दम है तो पीएम को यहां कह देना चाहिए कि डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहा है."