बजट सत्र (Budget Session) से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि इस दशक का यह पहला सत्र प्रारंभ हो रहा है. वैसे शायद भारत के इतिहास में पहली बार हुआ है कि 2020 में एक नहीं, वित्त मंत्री को अलग-अलग आर्थिक पैकेज के रूप में एक प्रकार से 4-5 मिनी बजट देने पड़े. 2020 में एक प्रकार से मिनी बजट (Mini Budget) का सिलसिला चलता रहा और इसलिए यह बजट भी उन चार-पांच मिनी बजट के हिस्से के रूप में ही देखा जाएगा यह मेरा विश्वास है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के उज्जवल भविष्य के लिए यह दशक बहुत ही महत्वपूर्ण है. इसलिए प्रारंभ से ही आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन संकल्पों को तेज गति से पूरा करने के लिए क्या स्वर्णिम अवसर अब देश के पास आया है. इस दशक का भरपूर उपयोग हो, इसलिए इस सत्र में पूरे दशक को ध्यान में रखते हुए चर्चाएं हो. सभी प्रकार के विचारों की प्रस्तुति हो, उत्तम मंथन से उत्तम अमृत प्राप्त हो. यह देश की अपेक्षाएं हैं.
उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है जिस आशा और अपेक्षा के साथ देश के कोटि-कोटि जनों ने हम सब को संसद में भेजा है, हम संसद के इस पवित्र स्थान का पूरा उपयोग करते हुए लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए जन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए अपने योगदान में पीछे नहीं रहेंगे. यह मुझे पूरा विश्वास है.
सभी सांसद इस सत्र को और अधिक उत्तम बनाएंगे यह मेरा पूरा विश्वास है. यह बजट का भी सत्र है. वैसे शायद भारत के इतिहास में पहली बार हुआ कि 2020 में एक नहीं वित्त मंत्री जी को अलग-अलग पैकेज के रूप में एक प्रकार से 4 5 मिनी बजट देने पड़े यानी 2020 एक प्रकार से मिनी बजट का सिलसिला चलता रहा और इसलिए यह बजट भी उन चार पांच बजट की संख्या में ही देखा जाएगा यह मेरा पूरा विश्वास है. मैं फिर एक बार आज आदरणीय राष्ट्रपति जी के मार्गदर्शन में दोनों सदन के सभी साधन सांसद मिलकर के इस संदेश को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं प्रयासरत हैं.