भारत 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है : PM मोदी

PM मोदी ने कहा, ‘‘साथियों, हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों. उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं.’’

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए गुरुवार को यहां कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है. मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया.

मोदी ने कहा, ‘‘साथियों, हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों. उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं.''

भारत ने पिछले साल मुंबई में आयोजित किए गए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) के सम्मेलन के दौरान ओलंपिक मेजबानी की अपनी इच्छा व्यक्त की थी. अगले साल आईओसी के अध्यक्ष का चुनाव होना है और उसके बाद ही 2036 के ओलंपिक खेलों के मेजबान का फैसला लिए जाने की संभावना हैं.

ओलंपिक खेल 2028 की मेजबानी लॉस एंजेलिस जबकि 2032 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी ब्रिसबेन करेगा. भारत ने अभी स्पष्ट नहीं किया है कि वह किस शहर के लिए ओलंपिक मेजबानी का दावा पेश करेगा.

मोदी ने इस अवसर पर पेरिस ओलंपिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ियों को बधाई भी दी. भारत ने हाल में समाप्त हुए इन खेलों में एक रजत और पांच कांस्य पदक सहित कुल छह पदक जीते.

उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारे साथ तिरंगे झंडे के नीचे वे नौजवान बैठे हैं जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है. मैं अपने देश के सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं.''

Advertisement

मोदी ने कहा, ‘‘हम नए सपने, नए संकल्प और पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों की तरफ बढ़ेंगे.'' प्रधानमंत्री ने पैरा-ओलंपिक के लिए भी भारतीय खिलाड़ियों को बधाई दी. पैरा ओलंपिक 28 अगस्त से पेरिस में आयोजित किए जाएंगे.

उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन ने साबित कर दिया कि भारत बड़े से बड़े कार्यक्रम आयोजित करने में सक्षम है.

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
सावरकर के सवाल पर क्या उद्धव के रुख से Congress की बढ़ गई मुश्किलें, महाराष्ट्र में टूट सकती है MVA?
Topics mentioned in this article