प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath), दोनों उप मुख्यमंत्री और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों संग अयोध्या के विकास (Ayodhya Development Project) से जुड़ी परियोजना की समीक्षा की. यूपी सरकार के अधिकारियों ने समीक्षा बैठक में एक प्रस्तुति दी जिसमें अयोध्या के विकास के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि अयोध्या के विकास की परिकल्पना एक आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन हब और एक स्थायी स्मार्ट सिटी के रूप में की जा रही है।
इस दौरान पीएम ने अयोध्या को एक ऐसा शहर बताया जो हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में अंकित है. वीडियो कॉन्फ्रेन्सिग के जरिए हुई मीटिंग में पीएम ने कहा कि अयोध्या को हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और हमारे सर्वोत्तम विकासात्मक परिवर्तनों को प्रकट करना चाहिए.
अयोध्या आध्यात्मिक और उदात्त दोनों:
पीएम ने कहा, अयोध्या आध्यात्मिक और उदात्त दोनों है. इस शहर के मानव लोकाचार को भविष्य के बुनियादी ढांचे से मेल खाना चाहिए, जो पर्यटकों और तीर्थयात्रियों सहित सभी के लिए फायदेमंद है. पीएम ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या जाने की इच्छा महसूस करनी चाहिए.
बुनियादी ढांचे के साथ सम्मिश्रण पहचान:
प्रधानमंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में अयोध्या में विकास कार्य जारी रहेंगे. उन्होंने कहा, अयोध्या को प्रगति की अगली छलांग की ओर अग्रसर करने की गति अभी से ही शुरू करें." उन्होंने कहा कि यह हमारा सामूहिक प्रयास है कि हम अयोध्या की पहचान का जश्न मनाएं और नवोन्मेषी तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को जीवित रखें.
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अयोध्या - हर भारतीय के लिए एक शहर:
पीएम ने कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों को स्वस्थ जन भागीदारी की भावना से निर्देशित किया जाना चाहिए, खासकर युवाओं द्वारा. उन्होंने कहा कि शहर के इस विकास में हमारे प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ उठाने का आह्वान किया.