मैं खुद को धन्य मानता हूं कि मुझे RSS जैसे पवित्र संगठन से जीवन के उद्देश्य मिले: PM मोदी

PM Modi on RSS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि RSS को समझना कोई आसान काम नहीं है. यह अपने स्वयंसेवकों को जीवन का एक उद्देश्य देता है. यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है.

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पीएम मोदी.

PM Modi on RSS: रविवार को ऑन एयर हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पॉडकास्ट में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में भी खुलकर बात की. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों में देश के प्रति समर्पण का भाव भरने के मकसद से 1925 से लेकर अब तक काम करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रशंसा की और कहा कि इसके जैसे ‘पवित्र' संगठन से जीवन के मूल्य सीखकर वह खुद को धन्य महसूस करते हैं. अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ रविवार को एक पॉडकास्ट में चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि संघ ने उन्हें उनके जीवन का उद्देश्य दिया है और कहा कि इसके विभिन्न सहयोगी संगठन कई क्षेत्रों और समाज के हर वर्ग से जुड़े हैं.

भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने से पहले खुद RSS प्रचारक रह चुके मोदी ने कहा कि वह युवावस्था में ही इस स्वयंसेवी संगठन से जुड़ गए थे क्योंकि गुजरात में उनके घर के पास स्थित RSS की शाखा में गाए जाने वाले देशभक्ति गीतों ने उनके दिल को छुआ.

RSS सिखाता है कि देश सर्वोपरि हैः पीएम मोदी

RSS के दर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कोई कुछ भी करे लेकिन उसे देश के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने नहीं सुना कि RSS जितना बड़ा कोई स्वैच्छिक संगठन है या नहीं.'' उन्होंने कहा कि RSS सिखाता है कि देश सर्वोपरि है और लोगों की सेवा करना भगवान की सेवा करने के समान है.

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देश के काम आना, मुझे संघ ने सिखायाः पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘‘मैं खुद को धन्य मानता हूं कि मुझे ऐसे पवित्र संगठन से जीवन के मूल्य मिले.'' उन्होंने कहा कि बचपन में RSS की शाखाओं में शामिल होना, उन्हें हमेशा अच्छा लगता था. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मन में हमेशा एक ही लक्ष्य था, देश के काम आना. यही मुझे संघ (RSS) ने सिखाया है. RSS की स्थापना के इस वर्ष 100 साल पूरे हो रहे हैं. दुनिया में RSS से बड़ा कोई स्वयंसेवी संगठन नहीं है.''

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राष्ट्र ही सब कुछ, समाज सेवा ही ईश्वर की सेवाः पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि RSS को समझना कोई आसान काम नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘यह अपने स्वयंसेवकों को जीवन का एक उद्देश्य देता है. यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है. हमारे वैदिक संतों और स्वामी विवेकानंद ने जो कुछ भी सिखाया है, संघ भी वही सिखाता है.''

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उन्होंने सेवा भारती, वनवासी कल्याण आश्रम और भारतीय मजदूर संघ जैसे संगठनों के व्यापक कार्यों का हवाला देते हुए कहा कि यह लोगों को समाज के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है.

25 हजार स्कूलों का संचालन करती है आरएसएस

मोदी ने कहा कि RSS से संबद्ध विद्या भारती करीब 25 हजार स्कूलों का संचालन करती है और करोड़ों छात्रों ने किफायती दर पर यहां से शिक्षा प्राप्त की है. प्रधानमंत्री ने कहा कि वामपंथी संगठन श्रमिकों को एकजुट होने के लिए कहती हैं ताकि वे दूसरों से मुकाबला कर सकें, जबकि RSS से प्रेरित श्रमिक संघ अपने कार्यकर्ताओं से दुनिया को एकजुट करने के लिए कहता है.

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