ब्राह्मणों की नाराजगी की वजह से अजय मिश्रा टेनी को नहीं हटा रहे हैं पीएम मोदी : असदुद्दीन ओवैसी

ओवैसी ने ट्विटर पर कहा कि पुरुषों और महिलाओं दोनों को कानूनी रूप से 18 साल की उम्र में शादी करने की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि अन्य सभी उद्देश्यों के लिए कानून द्वारा उन्हें वयस्कों के रूप में मान्‍यता दी गई है.

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बिजनौर:

उतर प्रदेश के बिजनौर में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में चार किसानों की रौंदकर हत्या करने के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को प्रधानमंत्री मोदी ब्राह्मणों की नाराजगी की वजह से नहीं हटा रहे हैं. ओवैसी ने यहां रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लखीमपुर मामले में पीएम मोदी अपने मंत्रिमंडल से अजय मिश्रा टेनी को इसलिए नहीं हटा रहे हैं, क्योंकि उन्हें इस बात का डर है कि कहीं उत्तर प्रदेश का ब्राह्मण वोटर नाराज न हो जाए. पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए ओवैसी ने कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा तब चरितार्थ होता जब ज्ञानवापी मस्जिद, दिल्ली की जामा मस्जिद, अजमेर दरगाह और मथुरा की मस्जिद को भी संवारा जाता. उन्होंने बेटी की शादी की उम्र 18 वर्ष से 21 करने की भी आलोचना की और इसे 'हास्यास्पद' करार दिया है.

ओवैसी ने ट्विटर पर कहा कि पुरुषों और महिलाओं दोनों को कानूनी रूप से 18 साल की उम्र में शादी करने की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि अन्य सभी उद्देश्यों के लिए कानून द्वारा उन्हें वयस्कों के रूप में मान्‍यता दी गई है. ओवैसी ने कहा, "मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए शादी की उम्र को बढ़ाकर 21 करने का फैसला किया है. यह पितृसत्ता है, इसी की हम सरकार से उम्मीद करते हैं. 18 साल के पुरुष और महिलाएं कांट्रेक्‍ट साइन कर सकते हैं, बिजनेस शुरू कर सकते हैं, प्रधानमंत्री चुन सकते हैं और सांसद और विधायक का चुनाव कर सकते हैं, लेकिन शादी नहीं कर सकते? वे यौन संबंधों और लिव-इन रिलेशनशिप के लिए अपनी सहमति दे सकते हैं, लेकिन अपना जीवन साथी नहीं चुन सकते? हास्यास्पद." 

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