प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत-बांग्लादेश के बीच के संबंधों को और करीब लाते हुए दोनों देशों के बीच मैत्री सेतु का उद्घाटन किया है. यह सेतु भारत के त्रिपुरा राज्य और बांग्लादेश के बीच में बहने वाली फेनी नदी के ऊपर बना हुआ है. इस सेतु के जरिए सरकार का फोकस बांग्लादेश के चिटगॉन्ग को रास्ता देकर त्रिपुरा को पूर्वोत्तर राज्यों का गेटवे बनाना है. यह सेतु त्रिपुरा के सबरूम को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ेगा.
इस कार्यक्रम में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद थीं. पीएम ने याद किया कि उन्होंने अपने बांग्लादेश यात्रा पर पीएम शेख हसीना के साथ इस सेतु का शिलान्यास किया था और आज लोकार्पण कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि इस सेतु से दोनों देशों के बीच के समृद्धि के लिंक जुड़ गए हैं. पीएम ने कहा कि दोनों देशों के बीच टूरिज़्म और ट्रेड के नए अवसर बनेंगे.
पीएम ने त्रिपुरा के लिए कई इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओ का उद्घाटन भी किया, वहीं कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी. PM ने कहा कि वो त्रिपुरा के लोगों को यहां विकास की सरकार के 3 साल पूरे होने पर बधाई देते हैं. पीएम ने कहा कि लोगों ने दिल्ली और त्रिपुरा की डबल इंजन सरकार को मौका दिया, जिसके बाद यहां बड़े बदलाव आए हैं. उन्होंने कहा- 'आज त्रिपुरा पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की 3 साल की सरकार में आए बदलाव को स्पष्ट अनुभव कर रहा है. जहां कमीशन और करप्शन के बिना काम होने मुश्किल थे, वहां आज सरकारी लाभ लोगों के बैंक खाते में, डायरेक्ट पहुंच रहा है.'
पीएम ने कहा कि 'त्रिपुरा की कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर में बीते 3 साल में तेजी से सुधार हुआ है. एयरपोर्ट का काम हो या फिर समंदर के रास्ते त्रिपुरा को इंटरनेट से जोड़ने का काम हो, रेल लिंक हो, इनमें तेज़ी से काम हो रहा है.'