जुबीन गर्ग के अचानक निधन से स्तब्ध हूं... पीएम मोदी ने बॉलीवुड सिंगर की मौत पर जताया दुख

जुबीन गर्ग के संगीत की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कई सुपरहिट गाने दिए, जिनमें 'गैंगस्टर' का 'या अली' और ऋतिक रोशन की 'कृष 3' फिल्म का 'दिल तू ही बता' जैसे गाने शामिल हैं.

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  • बॉलीवुड के मशहूर गायक जुबीन गर्ग का अचानक निधन हो गया, इससे संगीत जगत में शोक की लहर है
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुबीन के आकस्मिक निधन पर दुःख जताते हुए उनके अमूल्य योगदान को याद किया
  • जुबीन गर्ग ने कई भाषाओं में संगीत दिया और हिंदी के साथ-साथ असमिया और बंगाली फिल्मों में भी काम किया
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नई दिल्ली:

मशहूर बॉलीवुड सिंगर ज़ुबीन गर्ग का बुधवार को अचानक निधन हो गया. उनकी मौत से संगीत जगत सदमे में है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जुबीन की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने इसे स्तब्ध करने वाला बताया. जुबीन गर्ग न सिर्फ बेहतरीन गायक थे, बल्कि अभिनेता, संगीतकार, निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक भी थे. असमिया संगीत जगत में उनका नाम काफी प्रभावशाली था.

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा, "लोकप्रिय गायक ज़ुबीन गर्ग के आकस्मिक निधन से स्तब्ध हूं. उन्हें संगीत में उनके अमूल्य योगदान के लिए याद किया जाएगा. उनकी प्रस्तुतियां सभी क्षेत्रों के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय थीं. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना. ॐ शांति।."

सिंगर और म्यूजिक कंपोजर जुबीन गर्ग ने अपने करियर में कई शानदार गाने गाए, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया. उनकी आवाज में वो जादू था, जो हर किसी को अपना दीवाना बना देता था. उनके निधन की खबर से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.

जुबीन ने कन्नड़, कार्बी, मलयालम, मराठी, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, और तेलुगु समेत कई भाषाओं में संगीत दिया और फिल्मों में अभिनय किया. उनकी खासियत यह थी कि उनकी आवाज में एक अलग तरह की ऊर्जा थी, जो सीधे दिल तक पहुंचती थी. जुबीन गर्ग ने हिंदी फिल्मों के साथ-साथ असमिया और बंगाली फिल्मों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.

उनके संगीत की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कई सुपरहिट गाने दिए, जिनमें 'गैंगस्टर' का 'या अली' और ऋतिक रोशन की 'कृष 3' फिल्म का 'दिल तू ही बता' जैसे गाने शामिल हैं.

जुबीन गर्ग को उनके संगीत और फिल्मों के लिए कई पुरस्कार भी मिले. 2009 में उन्हें 55वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन के लिए सम्मानित किया गया. इसके अलावा, उन्होंने कई क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार भी प्राप्त किए, जिनमें स्क्रीन अवार्ड्स, फिल्मफेयर पुरस्कार, आईफा पुरस्कार और कई अन्य सम्मान शामिल हैं.

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जुबिन का निधन एक ‘भयावह त्रासदी': राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को गायक जुबिन गर्ग के निधन पर दुख जताया और इसे ‘‘भयावह त्रासदी'' करार दिया. उन्होंने लिखा, 'या अली' और ‘जाने क्या चाहे मन बावरा.' जैसे प्रसिद्ध बॉलीवुड गानों को अपनी आवाज देने वाले और युवा दिलों की धड़कन जुबिन गर्ग की सिंगापुर में ‘स्कूबा डाइविंग' के दौरान मौत हो गई. वह 52 वर्ष के थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी हैं. राहुल गांधी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जुबिन गर्ग का निधन एक भयावह त्रासदी है. उनकी आवाज़ ने एक पीढ़ी को परिभाषित किया और उनकी प्रतिभा वास्तव में बेजोड़ थी.'' गांधी ने कहा, ‘‘उनकी दृढ़ता और साहस ने एक अमिट छाप छोड़ी है। वह हमारे दिलों और दिमाग में हमेशा जीवित रहेंगे.''

उन्होंने अपनी आवाज़ से लोगों को मंत्रमुग्ध किया .... मल्लिकार्जुन खरगे 
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पोस्ट में कहा, 'प्रसिद्ध गायक, गीतकार, संगीतकार और करोड़ों संगीत प्रेमियों के दिलों में अपनी विशेष जगह बनाने वाले, ज़ुबीन गर्ग के सिंगापुर में एक दुर्घटना में असामयिक निधन से मैं स्तब्ध हूं. 'असम की आवाज़' के रूप में प्रशंसित, कई भारतीय भाषाओं में उन्होंने अपनी आवाज़ से लोगों को मंत्रमुग्ध किया और बहुत ही कम उम्र में एक "कल्चरल आइकन" का दर्जा प्राप्त किया. दुःख की इस घड़ी में, उनके परिवार, मित्रों और अनगिनत प्रशंसकों को मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त 

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