- PM मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन से द्विपक्षीय बैठक की.
- मोदी ने कहा कि भारत और रूस ने हर मुश्किल समय में एक-दूसरे का समर्थन किया है.
- PM ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए सभी प्रयासों का स्वागत किया और संघर्ष खत्म करने की जरूरत बताई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार, 1 सितंबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की. बैठक में भारत और रूस की दोस्ती अलग मुकाम पर पहुंची. साझा बयान के दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जहां पीएम मोदी को प्रिय दोस्त कहकर संबोधित किया, तो वहीं पीएम मोदी ने भी रूस को भारत का कठिन वक्त का साथी बताया. पीएम मोदी ने इस मौके पर राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि हर मुश्किल वक्त में भारत और रूस साथ खड़े रहे हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया की स्थिरता के लिए दोनों देश अहम हैं. साथ ही पीएम मोदी ने यूक्रेन में शांति के लिए सभी प्रयास को जरूरी बताया है.
भारत-रूस दोस्ती से यूक्रेन में शांति तक, पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बातें
- "मुझे हमेशा लगता है कि आपसे (पुतिन से) मिलना एक यादगार बैठक होती है. हमें कई विषयों पर जानकारी साझा करने का अवसर मिला है. हम लगातार संपर्क में रहे हैं. दोनों पक्षों के बीच नियमित रूप से कई उच्च-स्तरीय बैठकें हुई हैं."
- "140 करोड़ भारतीय इस वर्ष दिसंबर में होने वाले हमारे 23वें शिखर सम्मेलन के लिए आपका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. यह हमारी विशेष साझेदारी की गहराई और व्यापकता को दर्शाता है."
- "कठिन से कठिन हालात में भी भारत और रूस कंधे से कंधा मिलाकर चले हैं."
- "हमारा करीब सहयोगी दोनों देशों के लोगों के लिए ही नहीं, वैश्विक शांति और स्थिरता के जरूरी."
- "...हम यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर लगातार चर्चा कर रहे हैं. हम शांति के लिए हाल के सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं. हमें उम्मीद है कि सभी पक्ष रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे. संघर्ष को जल्द से जल्द खत्म करने और स्थायी शांति स्थापित करने का रास्ता ढूंढना होगा. यह पूरी मानवता की पुकार है."
पुतिन ने क्या कहा
1- प्रिय दोस्त, 21 दिसंबर को भारत-रूस की स्पेशल पार्टनरशिप को 15 साल पूरे हो रहे हैं.
2- हम सच्चाई से यह बता सकते हैं कि हमारे रिश्ते सिद्धांतों पर बढ़ते हैं.
3- हमारे बीच बहुत बहुमुखी सहयोग जारी है.
4- आज की बातचीत से रिश्तों को और आगे बढ़ाने का मौका मिला है.