हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट को आज पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया. एचटी लीडरशिप समिट में पीएम मोदी ने कहा कि कई देशों में हर चुनाव के बाद सरकारें बदल जाती हैं, लेकिन भारत में लोगों ने तीसरी बार हमारी सरकार चुनी है. पहले सरकारें चुनाव जीतने के लिए चलायी जाती थीं और इसके लिए नीतियां वोट बैंक की राजनीति के अनुरूप बनाई जाती थीं. मगर हमने सुनिश्चित किया कि सरकार में लोगों का विश्वास बहाल हो. हमारी सरकार जनता की, जनता द्वारा और जनता के लिए प्रगति के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है.
अब समय बदल गया...
प्रधानमंत्री मोदी ने 26/11 हमलों को याद करते हुए कहा कि अब समय बदल गया है और आतंकवादी ही अपने घरों में असुरक्षित महसूस करते हैं. भारतीय समाज अब आकांक्षाओं से भरा है। हमने इन आकांक्षाओं को अपनी नीतियों का आधार बनाया है. आजादी के बाद 70 साल में जितने गैस कनेक्शन दिए गए उससे ज्यादा हमने पिछले 10 साल में दिए हैं. हमारी सरकार का दृष्टिकोण लोगों के लिए अधिक खर्च करना है. यह सदी भारत की सदी होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि अंग्रेज जब भारत छोड़कर जा रहे थे, तो ये कहा गया कि ये देश बिखर जाएगा, टूट जाएगा. ऐसे ही जब इमरजेंसी लगी तो कुछ लोगों ने ये मान लिया था कि अब तो इमरजेंसी हमेशा ही लगी रहेगी. कुछ लोगों ने, कुछ संस्थानों ने इमरजेंसी थोपने वालों की ही शरण ले ली थी. लेकिन तब भी भारत का नागरिक उठ खड़ा हुआ और इमरजेंसी को उखाड़ फेंकने में कोई बहुत ज्यादा समय नहीं लगा. ऐसे ही जब कोरोना का मुश्किल समय आया तो दुनिया को लगता था कि भारत उन पर बोझ बन जाएगा. लेकिन भारत के नागरिकों ने कोरोना के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़कर दिखाई.
किसी ने नहीं सोचा था कि इतना बड़ा बदलाव होगा
उजाला स्कीम से लोगों को बिजली बिल में 20 हजार करोड़ की बचत हुई है. नी ट्रांसप्लांट सस्ता हुआ और दवाइयां जन औषधि पर कम दाम में मिल रही हैं, स्टंट की कीमत कम हुई. देश में साफ पानी और सफाई की वजह से हर परिवार की बचत हो रही है. 10 साल पहले तो किसी ने नहीं सोचा था कि भारत में इतना बड़ा बदलाव होगा. भारत की सफलता ने हमें और बड़ा सपना देखने और पूरा करने की प्रेरणा दी है. आज एक सोच है कि शताब्दी भारत की होगी, लेकिन अभी इसके लिए और भी प्रयास करने होंगे.
आज देश जिस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है उसे समझने के लिए एक अन्य अप्रोच पर गौर करना भी जरूरी है. स्पेंडिंग बिग फॉर द पीपल और दूसरी अप्रोच है सेव बिग फॉर द पीपल. साल 2014 में हमारा केंद्रीय बजट 16 लाख करोड़ था जो कि अब 48 लाख करोड़ का है. जितने गैस कनेक्शन आजादी के बाद 70 साल में दिए गए उससे ज्यादा पिछले 10 साल में दिए गए हैं. 2014 में 14 करोड़ गैस कनेक्शन थे और आज 30 करोड़ से ज्यादा है.
रोजगार का निर्माण हुआ
एचटी के लीडरशिप समिट में इसी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने कभी सुना है कि गैस की किल्लत है. क्योंकि इसके लिए हमने एक सपोर्टिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया और उसमें निवेश किया. जिसके लिए बॉटलिंग प्लांट बनाए और डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर बनाए. इससे रोजगार का निर्माण हुआ. ऐसे कितने ही उदाहरण हैं, इसमें मोबाइल फोन और रुपे कार्ड का उदाहरण है.