अमृतसर में मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने वाले का एनकाउंटर, 24 घंटों में पुलिस ने सुलझाया केस

पुलिस के अनुसार आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने जवाबी फायरिंग की. जिसमें आरोपी घायल हो गया. उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उसकी मौत हो गई. अन्य आरोपी भाग गए, और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं.

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अमृतसर:

अमृतसर जिले में शनिवार देर रात ठाकुरद्वारा मंदिर पर ग्रेनेड से हमला करने वाले दो हमलावरों में से एक को पुलिस ने ढेर कर दिया है. जैसे ही पंजाब पुलिस को हमलावरों के ठिकाने की जानकारी लगी, पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया. पुलिस ने महज 24 घंटों के अंदर एक हमलावर को मार गिराया. एनकाउंटर की जानकारी देते हुए पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि " विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर कमिश्नरेट पुलिस अमृतसर ने 15 मार्च, 2025 को ठाकुर द्वार मंदिर, अमृतसर पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को निर्णायक रूप से ट्रैक किया. विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत छेहरटा थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, और खुफिया जानकारी के आधार पर किए गए प्रयासों से आरोपियों की पहचान हुई".

पुलिस महानिदेशक ने आगे बताया, "पुलिस टीमों ने राजासांसी में संदिग्धों का पता लगाया. आरोपियों ने गोली चलाई, जिसमें हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह घायल हो गए और इंस्पेक्टर अमोलक सिंह की पगड़ी पर लगी. आत्मरक्षा में कार्रवाई करते हुए, पुलिस पार्टी ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें आरोपी घायल हो गया. उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उसकी मौत हो गई. अन्य आरोपी भाग गए, और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं. पुलिस थाना एयरपोर्ट में एक नई प्राथमिकी दर्ज की जा रही है."

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अमृतसर में क्या हुआ था?

  • खंडवाला इलाके में स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर पर मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात युवकों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया था. 
  • ग्रेनेड हमले में ठाकुरद्वारा मंदिर की दीवार गिर गई थी.
  • मंदिर की खिड़कियां और दरवाजे भी टूट गए थे.
  • मंदिर के अंदर सोए पुजारी बाल-बाल बचे थे.
  • यह पूरी घटना मंदिर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. 
  • सीसीटीवी कैमरे में दिखे दोनों हमलावरों की तलाश में पुलिस जुट गई थी.
     

सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, रात करीब 12:35 बजे एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक मंदिर के बाहर पहुंचे. उनके हाथ में एक झंडा भी नजर आ रहा था. वे कुछ सेकंड मंदिर के बाहर रुके और फिर अचानक मंदिर की ओर कुछ फेंका. जैसे ही वे वहां से भागे, कुछ ही पलों में मंदिर में जोरदार धमाका हुआ. घटना के समय मंदिर में पुजारी सो रहे थे. गनीमत रही कि इस हमले में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन धमाके के कारण मंदिर को नुकसान पहुंचा.

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"पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ"

पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया था. उन्होंने मीडिया से कहा था कि इस हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ हो सकता है. भोले-भाले नौजवानों को गुमराह कर इस तरह के हमलों के लिए उकसाया जा रहा है. हम जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे और शहर का माहौल खराब  नहीं होने देंगे.

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