Pathankot Assembly Seat: क्या पठानकोट विधानसभा सीट पर कमल खिलवा पाएंगे अश्विनी कुमार शर्मा?

देश में 5 राज्यों में विधानसबा चुनाव होने वाले हैं. पंजाब एक महत्वपूर्ण राज्य है. इस बार का विधानसभा चुनाव बहुत ही ख़ास होने वाला है. राजनीतिक पार्टियों को ये अंदाज़ा भी नहीं हो रहा है कि जनता किसको ताज पहनाने वाली है.

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देश में 5 राज्यों में विधानसबा चुनाव होने वाले हैं. पंजाब एक महत्वपूर्ण राज्य है. इस बार का विधानसभा चुनाव बहुत ही ख़ास होने वाला है. राजनीतिक पार्टियों को ये अंदाज़ा भी नहीं हो रहा है कि जनता किसको ताज पहनाने वाली है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टिंयां अपनी जीत के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं. पंजाब विधानसभा चुनाव की जब भी बात होगी, तो पठानकोट विधानसभा क्षेत्र का ज़िक्र होगा. इस बार ये विधानसभा सीट और भी महत्वपूर्ण होने वाली है. इसकी सबसे बड़ी वजह इस बार आम आदमी पार्टी भी कड़ी टक्कर दे रही है.

क्या है इतिहास

इस सीट पर 2017 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. पठानकोट विधानसभा सीट की बात की जाए तो 2007 से लेकर 2017 तक इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है. साल 2007 में बीजेपी के मास्टर मोहन लाल ने कांग्रेस के अशोक शर्मा को 8535 वोटों से हराया था.  2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा इस सीट पर जीत दर्ज़ की थी. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अमित विज को जनता ने विधायक चुना था. 

क्या है ख़ास?

पठानकोट जिले की कुल जनसंख्या 6 लाख 26 हजार 154 है. पठानकोट विधानसभा सीट गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र में आता है. इस संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सनी देओल सांसद है. भाजपा के लिए ये सीट बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस सीट पर अश्विनी कुमार शर्मा भाजपा के प्रत्याशी हैं. वर्तमान में अश्विनी कुमार शर्मा पंजाब राज्य के भाजपा अध्यक्ष हैं. ऐसे में भाजपा के लिए ये सीट बहुत ही ज़्यादा महत्वपूर्ण है.

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