गणपति उत्सव में अब अपनी कार लेकर ट्रेन में सफर कर पाएंगे यात्री, कोंकण रेलवे जल्द शुरू करेगी सेवा

कोंकण रेलवे की यह योजना उसके पहले से सफल ‘रोल-ऑन रोल-ऑफ’ (Ro-Ro) प्रयोग पर आधारित है. Ro-Ro सेवा के तहत ट्रकों को सीधे एक रैंप के माध्यम से वैगनों पर लादा जाता है, जो विशेष रूप से ट्रकों के चलने योग्य बनाए गए होते हैं.

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(प्रतीकात्मक तस्वीर)
कोंकण:

इस साल गणपति उत्सव के दौरान यात्रियों को एक अनोखा और सुविधाजनक विकल्प मिल सकता है. कोंकण रेलवे अब यात्री वाहनों जैसे कार और SUV को ट्रेन के वैगनों पर लादकर सफर कराने की योजना बना रही है, जिससे लोग अपनी गाड़ी लेकर सफर कर सकें और लंबी सड़क यात्रा से बच सकेंगे. यह योजना फिलहाल प्रायोगिक तौर पर लागू की जाएगी.

कोंकण रेलवे के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संतोष कुमार झा ने बताया, “यह एक शानदार विचार है और हम निश्चित रूप से इसे आजमाना चाहते हैं. हमने लंबे समय से ट्रकों को वैगनों पर लादकर ले जाने की सुविधा दे रखी है, जिसमें ट्रक चालक सामान्य टिकट लेकर अपनी यात्रा पूरी करते हैं. अब पैसेंजर वाहनों को इस सुविधा में शामिल करना संभव है, हालांकि इसके लिए कुछ तकनीकी बदलाव करने होंगे, क्योंकि वर्तमान में वैगन ट्रकों की विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं. लेकिन यह पूरी तरह से संभव है, और हम इसे गणपति सीजन में शुरू करने का प्रयास करेंगे.”

क्या है Ro-Ro सेवा?

कोंकण रेलवे की यह योजना उसके पहले से सफल ‘रोल-ऑन रोल-ऑफ' (Ro-Ro) प्रयोग पर आधारित है. Ro-Ro सेवा के तहत ट्रकों को सीधे एक रैंप के माध्यम से वैगनों पर लादा जाता है, जो विशेष रूप से ट्रकों के चलने योग्य बनाए गए होते हैं. इस प्रक्रिया में ट्रकों को लोड करने से पहले तौला जाता है और एक हाइट गेज से गुजारा जाता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वाहन की ऊंचाई अधिकतम सीमा (3.425 मीटर) से अधिक न हो.

इस सेवा की खास बात यह है कि ट्रक चालक और क्लीनर अपने टिकट लेकर ट्रक के भीतर ही यात्रा करते हैं, और उन्हें किसी अतिरिक्त व्यवस्था की जरूरत नहीं होती.

यात्री वाहनों के लिए एक नई शुरुआत

कोंकण रेलवे की योजना है कि इस मौजूदा ढांचे को संशोधित कर यात्री वाहनों के लिए भी इसी प्रकार की Ro-Ro सेवा शुरू की जाए. इससे यात्रियों को न केवल अपनी कार साथ ले जाने की सुविधा मिलेगी, बल्कि वे राजमार्गों की भारी भीड़ और लंबी यात्रा की थकान से भी बच सकेंगे.

गणपति उत्सव के दौरान कोंकण क्षेत्र में भारी भीड़ होती है, ऐसे में यह पहल यात्रियों के लिए एक सुरक्षित, आरामदायक और समय की बचत करने वाला विकल्प बन सकती है.

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