Union Budget 2022: संसद के बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को होगी. इस दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इसी दिन वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. इससे पहले केंद्रीय बजट 2022 को मंजूरी देने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक एक फरवरी को सुबह 10:10 बजे होने वाली है.
केंद्रीय बजट एक वित्तीय वर्ष के लिए सरकार की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का वार्षिक वित्तीय विवरण देता है. बजट एक अप्रैल से 31 मार्च तक चलने वाले वित्तीय वर्ष के लिए सरकार के वित्त का लेखा-जोखा रखता है. यह वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय घटना है और इस पर उद्योगपतियों और निवेशकों की उत्सुकता के साथ नजर रहती है.
हर साल वित्त मंत्री अंतिम मसौदे पर पहुंचने से पहले अन्य मंत्रालयों, राज्य सरकारों, अर्थशास्त्रियों, उद्योगों और कॉर्पोरेट निकायों के साथ बजट पूर्व परामर्श करते हैं. इस साल की बजट प्रस्तुति विशेष होगी क्योंकि इसमें क्रिप्टोकरेंसी पर नियामक उपायों की व्याख्या की जा सकती है. यह भी उम्मीद है कि जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव या आईपीओ की समय-सीमा का खुलासा किया जा सकता है. बजट 2022 में उत्तर प्रदेश सहित पांच चुनावी राज्यों के मतदाताओं पर भी ध्यान केंद्रित किया जा सकता है.
इस बार संसद का बजट सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं. विपक्षी दल विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. विपक्ष ने पेगासस जासूसी मामले, पूर्वी लद्दाख में चीनी ‘घुसपैठ' जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की है. संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा है कि, ‘‘सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है और विपक्षी दल की ओर से इसमें जो भी मुद्दे रखें जाएंगे, उस पर विचार करेंगे.''
कोविड महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए सत्र के पहले चरण के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें दिन में अलग-अलग समय पर आयोजित होंगी, ताकि कोविड से संबंधित सामाजिक दूरी के नियमों का पालन हो सके. बजट सत्र के पहले दो दिन शून्यकाल एवं प्रश्नकाल नहीं होंगे.
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा बुधवार से शुरू होगी. ऐसी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को चर्चा का जवाब देंगे. लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए चार दिन रखे गए हैं, जो दो फरवरी से शुरू होगी.
संसद के बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलेगा. इसके बाद विभिन्न विभागों के बजटीय आवंटन पर विचार के लिए अवकाश रहेगा. बजट सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से आरंभ होगा, जो आठ अप्रैल तक चलेगा.
राष्ट्रपति का अभिभाषण 31 जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे होगा. लोकसभा की बैठक एक फरवरी को सुबह 11 बजे से होगी और उस दिन आम बजट पेश किया जाएगा. दो फरवरी से लोकसभा की कार्यवाही शाम चार बजे से रात नौ बजे तक चलेगी. लोकसभा सचिवालय के बुलेटिन के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर निचले सदन की बैठक के दौरान दोनों सदनों के कक्षों और दीर्घाओं का इस्तेमाल सदस्यों के बैठने के लिए किया जाएगा. बजट सत्र के दौरान कुल 29 बैठकें होंगी, जिसमें पहले चरण में 10 बैठक और दूसरे चरण में 19 बैठकें होंगी.
बजट सत्र का आयोजन ऐसे समय हो रहा है, जब पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब व मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बजट सत्र में कोरोना प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों से जुड़े मुद्दे, सीमा पर चीन के साथ गतिरोध और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का फैसला किया है. पार्टी का कहना है कि सीमा पर चीन की बढ़ती आक्रामकता और उसके साथ चल रहे गतिरोध, महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, एयर इंडिया तथा दूसरी सरकारी कंपनियों के निजीकरण तथा किसानों से जुड़े मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा.
संसद सत्र का कामकाज सुचारू रूप से चलाने के लिए राज्यसभा के सभापति एवं उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद पटेल सोमवार को राजनीतिक दलों के सदनों में नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
(इनपुट भाषा से भी)