Parliament Winter Session Highlights: संसद में 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे बवाल जारी है. संसद भवन (Parliament Winter Session) में गांधी प्रतिमा के सामने राज्यसभा के निलंबित सांसदों ने धरना देना शुरू कर दिया है. उनके समर्थन में कांग्रेस के लोकसभा और राज्यसभा के सांसद भी मौजूद हैं. वहीं निलंबित सांसदों ने कहा है कि जनता का सवाल उठाते रहेंगे. किसानों की आवाज बनते रहेंगे. माफी किसी भी हाल में नहीं मानेंगे. सांसदों का कहना है कि सरकार को बहुमत मिल गया है तो तानाशाही रवैया अपनाए हुए है.
सभापति वेंकैया नायडू ने बिना माफी मांगे निलंबन रद्द करने से इनकार कर दिया है. इससे पहले खबर आई थी कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयास आखिरकार काम कर गए. सदन में गतिरोध टूट गया है. अब विपक्ष के सहयोग से सदन निर्बाध चलेगा. स्पीकर ओम बिरला की बुलाई ऑल पार्टी मीटिंग में ये फैसला हुआ. विपक्ष भी सदन के कार्यवाही में सहभागिता निभाएगा. बैठक में शामिल अधीर रंजन चौधरी, टी आर बालू, सौगत रॉय, कल्याण बनर्जी, सुप्रिया सुले मौजूद रहे. इसके साथ ही पीवी मिधुन रेड्डी, नमा नागेश्वर राव, अनुभव मोहंती, पिनाकी मिश्रा, जयदेव गल्ला भी उपस्थित थे.
दरअसल कृषि बिल बिना चर्चा के पास करवाने को लेकर फिर 12 सांसदों के निलंबन को लेकर सदन में गतिरोध दिख रहा है. दरअसल, अगस्त में मॉनसूत्र सत्र में हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ इस सत्र में कार्रवाई हुई है. विपक्षी सांसदों का कहना है कि ये निलंबन पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है. उनका कहना है कि सदस्यों को सत्र के बाकी बचे समय के लिए निलंबित किया जाता है और मॉनसून सत्र 11 अगस्त को ही समाप्त हो गया था. ऐसे में इस सत्र में निलंबन गलत है. यहां तक कि विपक्षी सांसदों की ओर से पूरे सत्र के बहिष्कार तक की बात कही जा रही थी.
Here are Updates on Parliament Winter Session 2021 :
विधेयक पेश करने के दौरान विपक्षी सांसदों के विरोध के कारण राज्यसभा दोपहर 3 बजे तक स्थगित
केंद्र सरकार ने कहा है कि उसके पास किसान आंदोलन (Farmers Protest) के दौरान मरने वाले किसानों और उनके ख़िलाफ़ दर्ज मामलों की जानकारी नहीं है. ऐसे में किसी को वित्तीय सहायता यानी मुआवजा देने का सवाल ही नहीं उठता है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) में एक सवाल के जवाब में लोकसभा में ये लिखित जवाब दिया है.
अखिलेश प्रसाद सिंह, ईलमरम करीम, छाया वर्मा, प्रियंका चतुर्वेदी, रूपेन बोरा, डोला सेन, शांता छेत्री निलंबित सांसदों में से हैं. ये गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे हैं. सांसदों का कहना है ये जनता का सवाल उठाते रहेंगे. किसानों की आवाज बनते रहेंगे. माफी किसी भी हाल में नहीं मानेंगे. सांसदों का कहना है कि सरकार को बहुमत मिल गया है तो तानाशाही रवैया अपनाये हुए है.
सांसदों का कहना है कि सरकार तानशाही रवैया अपनाई हुई है. संवाद की प्रक्रिया के पक्ष में भी नही हैं. सवाल पूछने के लिए माफी नहीं मांगेंगे. अभी भी धरना जारी है
12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ 16 विपक्षी दलों के नेता फिर सभापति वेंकैया नायडू से मिलेंगे.
संसद में 12 सांसदों के निलंबन के मुद्दे बवाल जारी है. विपक्ष के सांसद राज्यसभा के निलंबित सांसद के समर्थन में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं .