DGCA में खाली पड़े पदों को... हवाई सुरक्षा के लिए खतरे को लेकर संसदीय समिति ने दिए कई अहम सुझाव

समिति ने कहा है कि DGCA ने तीर्थयात्रा संचालन (pilgrimage operations) के लिए एक सर्कुलर जारी किया है, लेकिन केंद्र को निगरानी की सक्रियता बढ़ाना चाहिए.

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  • परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संसदीय समिति ने DGCA को पूर्ण प्रशासनिक और वित्तीय स्वायत्तता देने की सिफारिश की है
  • DGCA में तकनीकी कर्मचारियों की संख्या जारी पोस्टों के लगभग पचास प्रतिशत से कम है.
  • संसदीय समिति ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स के लिए रिस्क मैनेजमेंट विकसित करने की बात कही है.
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नई दिल्ली:

अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे के करीब दो महीने बाद परिवहन, पर्यटन और संस्‍कृति संबंधी संसदीय समिति ने संसद में अपनी ताजा रिपोर्ट पेश कर दी है. अपनी ताज़ा रिपोर्ट में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को पूर्ण प्रशासनिक (full administrative) और वित्तीय स्वायत्तता (financial autonomy) प्रदान करने के लिए एक समयबद्ध योजना  (time-bound plan) की सिफारिश की है. 

हाल के दिनों में राज्य-स्तर की एजेंसियों के देख-रेख में आने वाले ज़्यादा जोखिम वाले वातावरण में हेलीकाप्टर दुर्घटनाओं का हवाला देते हुए समिति ने आगाह किया है कि इससे नियामक अस्पष्टता (regulatory ambiguity) उजागर होती है।

समिति ने कहा है कि DGCA ने तीर्थयात्रा संचालन (pilgrimage operations) के लिए एक सर्कुलर जारी किया है, लेकिन केंद्र को निगरानी की सक्रियता बढ़ाना चाहिए. समिति ने अपनी रिपोर्ट में सिविल एविएशन सेक्टर में निगरानी और प्रवर्तन तंत्र (Enforcement Mechanism) को मजबूत करने, ATC और एयरपोर्ट टेक्नोलॉजी का आधुनिकरण, pilot training infrastructure के विस्तार की भी सिफारिश की है.

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