संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session ) में हंगामे के बीच बिल पारित कराए जाने से नाराज डेरेक ओ ब्रायन (Derek O'Brien) ने यह तीखी प्रतिक्रिया दी. वर्ष 2019 में इसी तरह ट्रिपल तलाक कानून पारित कराए जाने पर उन्होंने कहा था कि क्या हम पिज्जा डिलिवर कर रहे हैं.डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि सरकार संसद में बेहद जल्दबाजी में बिल पारित करा रही है. औसतन 7 मिनट में कम समय में एक विधेयक पारित कराया जा रहा है. तंज कसते हुए टीएमसी के राज्यसभा सांसद ने कहा कि क्या हम पापड़ी चाट बना रहे हैं.
राज्यसभा सांसद ने सरकार पर संसद की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है. ब्रायन ने ट्वीट कर कहा, संसद के मानसून सत्र के पहले 10 दिनों में मोदी-शाह बेहद जल्दबाजी में दिख रहे हैं. 12 विधेयकों को पारित कराया गया है. यानी हर सात मिनट से भी कम के औसत समय में एक बिल पारित कराया जा रहा है. तृणमूल कांग्रेस नेता ने संसद के दोनों सदनों से पारित एक पारित बिलों का एक ग्राफिक भी जारी किया गया है. आंकड़ों के मुताबिक, विधेयक प्रस्तुत किए जाने के सात मिनट के भीतर ही इसे पारित कराया जा रहा है.
इसमें सबसे कम समय 1 मिनट में कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड बिल पारित कराया गया. जबकि सबसे ज्यादा 14 मिनट में एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया बिल पारित कराया गया. हालांकि सरकार की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है. संसद का मॉनसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हुआ था और पेगासस, किसान आंदोलन जैसे मुद्दों पर हंगामे की वजह से अभी तक किसी भी दिन विधिवत तरीके से कामकाज नहीं हो सका है.
संसद में लोकसभा और राज्यसभा में पेगासस जासूसी स्कैंडल (Pegasus phone hacking)च किसान आंदोलन (Farmers Protest) और अन्य मुद्दों पर विपक्षी दल लगातार कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. विपक्ष की मांग है कि इन सभी मुद्दों पर चर्चा हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस दौरान सदन में उपस्थित हों.