Parliament Monsoon Session: लोकसभा में बुधवार को हंगामे का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. विपक्ष के दस सांसदों को निलंबित करने की अटकलें भी तेज हैं. सांसदों ने लोकसभा में स्पीकर की चेयर पर कागज के टुकड़े फाड़कर फेंके. विपक्ष के सांसदों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही बुरी तरह प्रभावित रही. विपक्ष के इस हंगामे के बाद भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.
भाजपा नेता जगदम्बिका पाल ने भी कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि स्पीकर हमेशा हर सदस्य को अवसर देते हैं. जब से सदन शुरू हुआ है तब से विपक्ष नारे लगा रहा है. यह सदन जनता के प्रति जवाबदेह है. चर्चा नियमों के तहत ही होगी. कांग्रेस-यूपीए की सरकार में क्या कार्य स्थगन में स्वीकार कर चर्चा कराती थी. चर्चा करने के लिये बहुत से नियम हैं, 183 या 194 है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य स्थगन देकर प्रश्नकाल नहीं चलने देना चाहती है, यह सबका है. किस विपक्ष की बात कर रहे हैं, कांग्रेस के युवा नेता खुद कन्फ्यूज्ड हैं. आधी पार्टी जासूसी की, तो कई किसान की और कुछ खेला होए की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सदन में जिस तरह का हंगामा हुआ है उसपर कर्रवाई जरूर होनी चाहिए.
बता दें कि संसद के मॉनसून सत्र में आज सरकार और विपक्ष के बीच चल रहे गतिरोध के बीच राज्यसभा में बुधवार को पहली बार प्रश्नकाल हुआ और विभिन्न मंत्रियों ने सदस्यों के पूरक प्रश्नों के जवाब दिए. प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव तथा सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री प्रतिमा भौमिक ने उनके जवाब दिए.