PM मोदी का वह सबसे जुदा अंदाज जो हर साल बच्चों के बोर्ड एग्जाम से पहले दिखता है... बच्चों संग बच्चा बनकर उनकी टेंशन को छूमंतर करने का मंत्र. सोमवार को 'परीक्षा पर चर्चा' में फिर मोदी सर की क्लास लगी. इसमें उन्होंने हल्के फुल्के अंदाज में बच्चों को कई 'गुरु मंत्र' दिए. साथ ही मां-बाप और टीचर्स के लिए संदेश भी. हंसी-मजाक में ऐसी गहरी बातें बताईं कि बच्चे भी उनके मुरीद होकर निकले. बिहार के एक बच्चे ने उनसे लीडरशिप स्किल के बारे में पूछा तो उन्होंने चुटकी ले ली, 'बिहार से हो और राजनीति से जुड़ा सवाल न हो ऐसा हो ही नहीं सकता.. बिहार के लोग बड़े तेजस्वी होते हैं.' और जब क्लास खत्म हुई तो बच्चों को हिदायत भी दे दी कि घर जाकर दादागीरी मत करना कि PM मेरी पहचान वाले हैं. जानिए मोदी सर की क्लास की कुछ रोचक बातें...
आपमें से कितने लोग गाजर चबाकर खाते हैं?
यह ऐसा सवाल था, जिसपर बच्चे मुस्कुरा गए. पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा में सबसे पहले पोषण की बात की और फिर बच्चों से मजेदार ढंग से पूछा कि आप में से कितने लोग हैं, जो इस सीजन में गाजर चबाकर खाते हैं? क्योंकि गाजर का हलवा तो सभी खा लेते हैं. इस पर कई छात्रों ने झट से अपना हाथ भी उठाया.
पानी का स्वाद चखा है?
यह दूसरा मजेदार सवाल था. बच्चों को शायद इस सवाल की उम्मीद नहीं थी. पीएम मोदी दरअसल बच्चों को खान-पान का सबक दे रहे थे. वह बता रहे थे कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए. साथ ही किस समय खाना खाना चाहिए. उन्होंने पूछा कि आप सभी ऐसे तो खाना खा लेते ना जैसे की लेटर बॉक्स में कोई चिट्ठी डालता है. फिर उन्होंने पूछा कि आपमें से कितने लोग हैं, जो पानी का टेस्ट महसूस करते हैं. इस पर कई बच्चों ने कहा कि वो पानी को टेस्ट करते हुए पीते हैं.
अच्छी नींद के फायदे
पीएम मोदी ने बच्चों से नींद के बारे में भी की बात. पीएम मोदी ने कहा कि आपको लग रहा होगा कि अब प्रधानमंत्री तो सोने के लिए बोल रहा है और इस पर सब छात्र हंसने लगें. पीएम मोदी ने इसके साथ ही नींद की अहमियत भी बताई.
जब छात्रा से सुनी कविता
केरल की छात्रा की अच्छी हिंदी सुन पीएम मोदी थोड़े अचंभित भी हुए. उन्होंने छात्रा से पूछा भी कि आप इतनी अच्छी हिंदी कैसे बोल लेती हैं और इस पर छात्रा ने कहा कि उसे हिंदी बहुत पसंद है. फिर जब छात्रा ने कहा कि वह कविताएं लिखती हैं तो पीएम मोदी ने बोला अरे वाह... साथ ही पीएम मोदी ने छात्रा को कविता सुनाने के लिए भी कहा और कहा कि मुझे याद नहीं रहता है.
एग्जाम के प्रेशर पर क्रिकेट का उदाहरण
मोदी सर ने बच्चों को एग्जाम के प्रेशर से निकलने के लिए क्रिकेट का मंत्र भी दिया. पीएम मोदी ने बच्चों से पूछा कि आप क्रिकेट देखते हैं? इसके बाद उन्होंने उदाहरण दिया कि क्रिकेटर का ध्यान प्रेशर पर नहीं बल्कि गेंद पर होता है और इसलिए वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं. वैसे ही अगर आप भी अपनी पढ़ाई का लक्ष्य तय रखेंगे तो आपको भी प्रेशर महसूस नहीं होगा.
बिहार का छात्र और राजनीति का सवाल...
जब लीडरशिप को लेकर एक छात्र ने सवाल किया तो पीएम मोदी ने कहा कि बिहार का लड़का हो और राजनीति का सवाल न हो ये हो ही नहीं सकता. इस पर सब ठहाके लगा कर हंसने लगे. इसके बाद पीएम मोदी ने सभी छात्रों को लीडरशिप के बारे में बताया.
टीचर्स के लिए सबक
पीएम मोदी ने कहा, "मैं अहमदाबाद में एक स्कूल वालों से मिला था. मां-बाप ने चिट्ठी लिखी थी कि मेरे बच्चे को स्कूल से निकाल रहे हैं. स्कूल वालों का कहना था कि वह पढ़ने पर ध्यान नहीं लगा रही है. स्कूल में एक टिंकरिंग लैब खुली. वह बच्चा लैब में बहुत वक्त बिताने लगा और रोबोट के कंपीटिशन में स्कूल नंबर वन आ गया. इसका मतलब यह था कि बच्चे में एक विशेष प्रतिभा थी. टीचर्स को बच्चों के इस टैलंट को पहचानना चाहिए."
रिश्वत देनी पड़ी क्या...?
जब पीएम मोदी से त्रिपुरा के छात्र प्रीतम ने की बात तो पीएम मोदी ने पूछा कि आप यहां कैसे पहुंचे. इस पर छात्र ने कहा कि आपसे मिलना था और एक जुनून था. तो पीएम मोदी ने मजेदार अंदाज में पूछा कि क्या इसके लिए रिश्वत देनी पड़ी तो छात्र ने कहा कि नहीं त्रिपुरा में रिश्वत नहीं चलती है.
मन को शांत कैसे करें?
अक्सर सब बच्चे यही बातें करते हैं कि यार पढ़ नहीं पाया. सबसे अमूल्य चीज है अभी का टाइम. वह गया तो हाथ नहीं आएगा. उसे जी लिया तो जिंदगी का हिस्सा बन जाता है. जी कब सकते हैं, देखिए बहुत बढ़िया हवा चल रही है. अब मैंने कहा तो हवा पर सबका ध्यान चला गया. तो वर्तमान को जीना चाहिए.
पैरंट्स को मेसेज
स्किल की ताकत बहुत होती है. हमें स्किल पर बल देना चाहिए. बेटा पढ़ाई में नहीं है, तो कहीं न कहीं तो उसकी ताकत और होगी. उसको पहचानें और उसको डायवर्ट करें.