बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले पप्पू यादव ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर पर प्रतिक्रिया दी है. उनपर एक व्यक्ति ने एक करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया है. दिल्ली से पटना पहुंचते ही पूर्णिया में अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर के सवाल के पप्पू यादव ने जवाब देते हुए कहा कि कल (बुधवार को) हम पटना हाईकोर्ट में एफआईआर दर्ज करने वाले व्यक्ति के खिलाफ जा रहे हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि आखिर यह व्यक्ति कौन है और 2021-22 में इस व्यक्ति से किसने बात की थी. यह व्यक्ति पहले संतोष कुशवाहा के खिलाफ एफआईआर करा चुका है. इस व्यक्ति ने कई लोगों के साथ अभद्रता की है और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग भी किया है. सब का वीडियो वायरल है.
पप्पू यादव ने कहा, "यहां तक की यह व्यक्ति अपने रिश्तेदार की बेटी को लेकर भी फरार हुआ है. उस संबंध में भी इस व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज है. बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद यह व्यक्ति ऐसा कोई भी दिन नहीं है, जब शराब का सेवन नहीं करता. यदि इसकी डीएनए जांच की जाए तो इसके खून में अल्कोहल साफ तौर पर पाया जाएगा."
पप्पू यादव ने कहा कि जहां तक अमित की बात आ रही है, हम उसे नहीं जानते हैं. हां इतना मालूम है कि वह बीएसएनएल में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के पोस्ट पर रांची में तैनात है. उसे एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का व्यापारी के साथ क्या लेना-देना है? एग्जीक्यूटिव इंजीनियर मेरे शागीर्द कैसे हो जाएंगे, जबकि वह बीएसएनएल के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि इस संबंध में आप लोगों को खुद एग्जीक्यूटिव इंजीनियर से ही पूछ लेना चाहिए. जहां तक 2021 और 2022 की बात है तो चार साल बाद यह सारा मामला कैसे आया. क्या वास्तव में एसपी साहब को इस चार साल बाद दर्ज करना चाहिए यह निश्चित तौर पर प्रतिष्ठा के हनन की कोशिश है. इसके खिलाफ हम मानहानि का केस भी करने जा रहे हैं. हम लोग कल पटना हाईकोर्ट में इस एफआईआर के खिलाफ अपील करने जा रहे हैं कि इसकी सच्चाई किया है.