भारत ने कहा है कि पाकिस्तान में लश्कर ए तैयबा के मुखिया हाफिज सईद, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी उर रहमान (Zaki ur Rahman Lakhvi) लखवी को सजा और जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) के खिलाफ जार वारंट महज दिखावा है. यह कार्रवाई गैरकानूनी लेनदेन पर नजर रखने वाली फाइंनेशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की फरवरी में होने वाली बैठक को देखते हुए की गई है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि इस कार्रवाई के समय का संकेत साफ़ है कि पाकिस्तान दिखावे के लिए कर रहा है, क्योंकि फरवरी में एफएटीएफ की बैठक है. पाकिस्तान भारत के ख़िलाफ़ आतंकवाद का लगातार इस्तेमाल करता रहा है.पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधी अदालत ने लखवी को आतंकी फंडिंग के एक मामले में शुक्रवार को 15 साल जेल की सजा सुनाई है. इससे पहले हाफिज सईद को भी ऐसे ही एक मामले में सजा का ऐलान हो चुका है. हालांकि मुंबई हमले में आतंकियों के खिलाफ मामला लंबे समय से लंबित है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस समारोह शनिवार को ऑनलाइन तरीके से आय़ोजित किया जाएगा. चीनी बंदरगाह पर फंसे भारतीय जहाज के चालक दल के मामले में मंत्रालय ने कहा कि बीजिंग में हमारा दूतावास इस मामले में चीनी एजेंसियों के संपर्क में हैं, क्रू बदलने का अनुरोध किया गया है. नए चालक दल को सुविधापूर्वक पहुंचने का भी अनुरोध किया गया है, जो शिपिंग कंपनी की तरफ़ से किया जाएगा. वैकल्पिक तरीक़ों पर भी गौर किया जा रहा है.
चीन के साथ लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे विवाद पर प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देश लगातार संपर्क में हैं। आपसी संवाद जारी है. अफ़ग़ानिस्तान शांति वार्ता पर मंत्रालय ने कहा कि हमारा रुख़ साफ़ है. ये अफ़ग़ानिस्तान के लिए, अफ़गान द्वारा, अफ़गानिस्तान के लिए होनी चाहिए. भारत लगातार इस पर नज़र बनाए हुए है. नेपाल में जारी उठापटक पर प्रवक्ता ने कहा कि यह पड़ोसी मुल्क का आंतरिक मामला है. पड़ोसी देश होने के नाते भारत नेपाल के विकास में सहयोग करता रहेगा.नेपाल के विदेश मंत्री के दौरे की तारीख़ निश्चित होने पर बताया जाएगा.
वैक्सीन को लेकर अंतराष्ट्रीय सहयोग पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत एक बड़ा वैक्सीन निर्माता देश है. भारत अंतराष्ट्रीय सहयोग का हमेशा पक्षधर रहा है. पीएम ने भी कहा है कि मानवता की भलाई का हर काम किया जाएगा. अमेरिकी संसद कैपिटल हिल पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत का रुख पीएम नरेंद्र मोदी के ट्वीट से साफ़ है, वे हिंसा से व्यथित हुए हैं. सत्ता का हस्तातंरण शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए. लोकतंत्र को चोट पहुंचाने वाला कोई काम नहीं होना चाहिए.संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अस्थायी सदस्यता का दो साल का कार्यकाल शुरु होने पर भारत दुनिया की भलाई के लिए काम करेगा. वसुधैव कुटुंबकम उसकी नीति है.