विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो से फोन पर बात की है. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "आज शाम अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की गहराई से सराहना करता हूं. सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया को रेखांकित किया. इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि भारत का पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर देश पर सैन्य हमला होता है, तो 'बहुत' मजबूती से जवाब दिया जाएगा.
विदेश मंत्री ने कहा कि पहलगाम में हुए 'बर्बर' आतंकवादी हमले ने भारत को 'सीमा पार' स्थित आतंकवादियों के ठिकानों पर बुधवार को हमला करने के लिए मजबूर किया. उन्होंने कहा, 'इस हमले ने हमें 7 मई को सीमा पार आतंकवादी ढांचे पर हमला करके जवाब देने के लिए बाध्य किया. हमारी प्रतिक्रिया निर्धारित और नपी-तुली थी.'
उन्होंने कहा, 'स्थिति को और बिगाड़ने का हमारा कोई इरादा नहीं है. हालांकि, अगर हम पर सैन्य हमला होता है तो इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि इसका बहुत ही मजबूती से जवाब दिया जाएगा.' जयशंकर ने कहा कि एक पड़ोसी और करीबी साझेदार के रूप में यह महत्वपूर्ण है कि ईरान को स्थिति की अच्छी तरह से जानकारी रहे. भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच ईरानी विदेश मंत्री कल मध्य रात्रि में पूर्व निर्धारित यात्रा पर नयी दिल्ली पहुंचे.