शशि थरूर की पाकिस्तान को दो टूक
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश चाहता है कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की जाए. आज से पहले जब भी भारत के किसी हिस्से पर आतंकी हमला हुआ तो पाकिस्तान ने कभी पहली बार में ही अपनी संलिप्तता को स्वीकार नहीं किया. ये कोई नई बात नहीं है. जबकि ये सबको पता है कि वह किस तरह से अपनी जमीन पर आतंकियों को ट्रेनिंग और अन्य मदद देता है.
ANI से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह बहुत स्पष्ट है कि इसमें एक पैटर्न है. लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है, प्रशिक्षित किया जाता है, हथियार दिए जाते हैं और अक्सर सीमा पार से निर्देशित किया जाता है. फिर पाकिस्तान सभी ज़िम्मेदारियों से इनकार करता है. आखिरकार,इन हमलो के पीछे विदेशी खूफिया एजेंसियों के हाथ होने का पता चलता है.
उन्होंने आगे कहा कि उरी के बाद सरकार ने सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक की और पुलवामा के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक की. आज, मुझे लगता है कि हम इससे कहीं ज़्यादा देखने जा रहे हैं. यह स्पष्ट है कि हमारे पास कई विकल्प हैं - कूटनीतिक, आर्थिक, खुफिया जानकारी साझा करना, गुप्त और प्रत्यक्ष कार्रवाई. किसी तरह की प्रत्यक्ष सैन्य प्रतिक्रिया की जरूरत है.
थरूर ने कहा कि उरी के बाद सरकार ने सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक की और पुलवामा के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक की. आज, मुझे लगता है कि हम इससे कहीं ज़्यादा देखने जा रहे हैं. यह स्पष्ट है कि हमारे पास कई विकल्प हैं - कूटनीतिक, आर्थिक, खुफिया जानकारी साझा करना, गुप्त और प्रत्यक्ष कार्रवाई. किसी तरह की प्रत्यक्ष सैन्य प्रतिक्रिया की जरूरत है. देश इसकी मांग कर रहा है और इसकी उम्मीद कर रहा है. कोई नहीं जानता कि यह क्या होगा, कहां होगा या कब होगा लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि कुछ न कुछ प्रतिक्रिया जरूर मिलेगी.
थरूर ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी की "खून बहता है" वाली टिप्पणी पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ भड़काऊ बयानबाज़ी है. पाकिस्तानियों को समझना चाहिए कि वे भारतीयों को बिना किसी दंड के नहीं मार सकते. हम पाकिस्तानियों को कुछ नहीं करना चाहते, लेकिन अगर वे हमारे साथ कुछ करते हैं, तो जवाब के लिए तैयार रहें. अगर खून बहेगा, तो संभवतः यह हमारे से ज़्यादा उनकी तरफ बहेगा.