पर्यटकों की भीड़, सुरक्षाबलों की दूरी... आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी को ही क्यों चुना, NIA ने बताया

एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी का चुनाव यह देखकर भी किया था कि अगर वह इस जगह को निशाना बनाएंगे तो सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जवाबी कार्रवाई में कितना समय लगेगा.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • NIA ने बताया कि पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए हमले में तीन आतंकवादी सीधे तौर पर शामिल थे
  • NIA के मुताबिक, आतंकियों ने बैसरन घाटी को इसलिए चुना क्योंकि वहां पर्यटकों की भारी भीड़ होती है
  • एनआईए ने बताया कि आतंकियों को लगा था कि इस जगह को निशाना बनाने पर सुरक्षाबलों की प्रतिक्रिया देर से होगी
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना हमले के लिए आतंकवादियों ने बैसरन घाटी को इसलिए चुना था क्योंकि वहां पर्यटकों की भारी भीड़ होती है और यह अपेक्षाकृत एकांत में स्थित है. एनआईए ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि 22 अप्रैल को हुए इस आतंकवादी हमले में तीन आतंकवादी सीधे तौर पर शामिल थे. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे.

मामले की जांच कर रही एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि बैसरन घाटी का चुनाव यह देखकर भी किया गया था कि सुरक्षा एजेंसियां कितनी देर में वहां पहुंच सकती हैं. आतंकवादियों को लगता था कि अगर वह इस जगह को निशाना बनाएंगे तो सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जवाबी कार्रवाई किए जाने में समय लगेगा. 

एनआईए ने इस हमले को अंजाम देने वाले तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में जून में दो लोगों को गिरफ्तार किया था. इनके नाम बटकोट निवासी परवेज अहमद जोथर और पहलगाम निवासी बशीर अहमद जोथर थे. 

एनआईए अधिकारियों ने बताया था कि दोनों व्यक्ति आतंकवादियों को भोजन, रहने की जगह और रसद सहायता उपलब्ध कराते थे. इन्होंने बताया था कि तीनों हमलावर पाकिस्तानी नागरिक हैं और प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करते हैं. 

एनआईए ने बताया कि 28 जुलाई को श्रीनगर के बाहरी इलाके में ऑपरेशन महादेव के तहत लश्कर के जो तीन आतंकवादी मारे गए थे, वो हमले के बाद से दाचीगाम हरवान वन क्षेत्र में छिपे हुए थे.

याद होगा, पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Bihar Politics: Rahul Gandhi के स्वागत में PM Modi का अपमान क्यों? | Tejashwi Yadav | Bihar Election