पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करके उन्हें भारत छोड़ने की हिदायत दे दी है, जिसके बाद भारत में आए पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी की प्रकिया जारी है. पंजाब के अटारी बॉर्डर पर अफशीन जहांगीर भी थीं जो बॉर्डर पार करके अपने पति और बच्चों के पास लौटना चाहती हैं. अफशीन का कहना है कि उनका पासपोर्ट भारतीय है इसलिए उन्हें पाकिस्तान जाने से रोक दिया गया है. मैं पाकिस्तान में एक परिवार की बहू हूं और भारत में मेरा मायका है. हमें 48 घंटे के अंदर चले जाने को कहा गया है. ये कैसे संभव है? जोधपुर से अटारी 900 किलोमीटर दूर है. हमें बसें नहीं मिल रही थी. मेरे पति को टिकट के लिए 1 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. बस मुझे किसी भी तरह अपने पति और बच्चों के पास पहुंचना है. मैं कराची में रहती हूं और मेरी शादी को 11 साल हो चुके हैं. मेरे पास भारतीय पासपोर्ट है और मैं आधी पाकिस्तानी हूं.
अफशीन ने कहा कि पहलगाम में जो अटैक हुआ है, उसके लिए शर्मिंदा हूं, लेकिन उसमें आम जनता का क्या कसूर है. वो मेरे चाचा और भाई तो नहीं लगते. मेरे लिए मेरा इंडिया भी जरूरी है और पाकिस्तान भी. चाहे मैं पाकिस्तान की नागरिक बन भी जाऊं तो भी भारत में मेरा मायका है. मेरे छोटे-छोटे बच्चे वहां खड़े हैं. क्या मैं मां नहीं हूं. मेरी क्या फीलिंग नहीं है. उन लोगों ने जो किया, खुदा उनको सजा देगा. खुदा के घर में देर है, अंधेर नहीं.
उन्होंने आगे कहा कि वीजा सिस्टम में हमारे जैसे केसों में रास्ता खोलना चाहिए. आम पब्लिक को परेशान न करें. हमारे जैसी शादीशुदा महिलाओं के लिए कोई रास्ता खोलकर रखें. चाहे कोई भी परिस्थिति हो. बहुत-सी लड़कियां जो ब्याह कर पाकिस्तान से भारत आई हुई हैं और बहुत-सी भारत से ब्याहकर वहां गई हूं. हमारे लिए कोई रास्ता खोलना चाहिए. मैं बस किसी भी तरह से अपने पति और बच्चों के पास पहुंचना चाहती हूं.
बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ, जिसमें पर्यटकों को निशाना बनाया गया. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई. हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कूटनीतिक कदम उठाए हैं, जिनमें से एक ये भी है कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करके उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ने के लिए कहा गया है.