कांग्रेस (Congress) के नेता और पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल (Manpreet Singh Badal) ने सोमवार को आए आम बजट (Union Budget) को लेकर आज कहा कि ''ग़रीब का चूल्हा बुझता जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं बजट में एबीसीडी ढूंढ रहा था. ए एग्रीकल्चर, बी बैंकिंग, सी कोविड और डी डिफ़ेंस, और मुझे मिला, ए असम, बी बंगाल और सी चेन्नई. चुनाव इन राज्यों में आ रहे हैं.''
मनप्रीत सिंह बादल ने एनडीटीवी से कहा कि ''हिंदुस्तान में जो पद्म श्री अवॉर्ड मिलते हैं वे भी उन्हीं राज्यों में दिए हैं जहां चुनाव आने हैं.'' उन्होंने कहा कि ''हेल्थ सेक्टर में कोविड की दवाई भी शामिल कर ली. लेकिन पिछले साल का बजट एस्टीमेट है, उससे इसमें 1% कम आया.'' बादल ने कहा कि MSME को लिक्विडिटी की ज़रूरत थी उसको सिफ़ 15 हज़ार करोड़ दिए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने ''कैपिटलिज़्म की तरफ़ का रास्ता पकड़ लिया है. सरकार मां-बाप की हैसियत रखती है, वैसे ही सरकार को अपनी कौम की फिक्र होनी चाहिए. मां-बाप अपनी औलाद को गले लगा लेते हैं.'' उन्होंने कहा कि ''किसान पीछे हटेंगे तो दुनिया हंसेगी. उन्हें गले लगाना चाहिए मोदी सरकार को. पंजाब के 200 बच्चे-बच्चियां गुमशुदा हैं.''