उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर नोएडा में महज 7.59 स्क्वॉयर मीटर के एक कियोस्क की बोली 3.25 लाख रुपये महीने की लगी है. पान-सिगरेट-गुटखा बेचने वाले एक दुकानदार ने इसके लिए बोली लगाई है. एक छोटे से खोखे से लाखों रुपये महीने का किराया मिलेगा, इसकी उम्मीद नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) को भी नहीं थी.
नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी कुमार संजय ने बताया कि मंगलवार को शहर के सेक्टर-18 में किराये पर कियोस्क (खोखा) नीलाम किए गए. सबसे बड़ी बोली सवा तीन लाख रुपये मासिक किराये की लगाई गई है. यह बोली सेक्टर-18 में बीड़ी-सिगरेट बेचने वाले एक दुकानदार ने लगाई है. इस कियोस्क का क्षेत्रफल केवल 7.59 वर्गमीटर है.
नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी कुमार संजय ने बताया कि प्राधिकरण ने आरक्षित किराया 27,000 रुपये महीना तय किया था. इससे ऊपर बोली लगानी थी. इस योजना में 10 खोखे नीलाम किए जाने थे. मंगलवार को सात खोखों पर बोली लगी है.
उन्होंने बताया कि जिस खोखे के लिए सवा तीन लाख रुपये महीना किराये की बोली लगाई गई है, उसे हासिल करने के लिए 20 लोग मैदान में थे. सेक्टर-18 में बीड़ी-सिगरेट बेचने वाले छोटे से दुकानदार सोनू कुमार झा ने सबसे ज्यादा सवा तीन लाख रुपये महीना किराये की बोली लगाकर यह खोखा हासिल किया है. अब उन्हें 14 माह के अग्रिम किराये का भुगतान कर अगले 10 दिन में अलॉटमेंट लेटर हासिल करना है.
सेक्टर-18 में ही सुमित अवाना और सिद्धेश्वर नाथ पांडे नामक दो आवेदकों ने 1,90,000 रुपये महीना किराये की बोली लगाकर खोखे लिए हैं. विनोद प्रसाद यादव नामक व्यक्ति ने 1,03,000 रुपये महीना के किराये पर एक खोखा लिया है. प्रियंका गुप्ता ने 69,000 रुपये, शिवांगी शर्मा पोरवाल ने 70,000 रुपये और एक अन्य आवेदक अजय कुमार यादव ने 1,80,000 रुपये महीने के किराये पर यहां खोखे हासिल किए हैं.
नोएडा प्राधिकरण का कहना है कि इन कियोस्क को लेकर बड़ी संख्या में आवेदन मिले. प्राधिकरण ने केवल 27,000 रुपये महीना किराये से बोली की शुरुआत की थी. अब इन खोखो के लिए 20 जनवरी को आवंटन पत्र जारी किए जाएंगे. प्राधिकरण को इनसे सालाना 1.24 करोड़ रुपये का किराया प्राप्त होगा.
प्राधिकरण की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि योजना के तहत 10 खोखे नीलाम किए जाने थे. मंगलवार को केवल सात पर बोली लगाई गई है. नीलामी के लिए प्रत्येक कियोस्क के सापेक्ष न्यूनतम तीन आवेदक आने जरूरी हैं. तीन कियोस्क के 3-3 आवेदक नहीं मिले हैं.