- दिल्ली में हुए बम धमाके की जांच पुलिस द्वारा जारी है और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है
- पी.चिदंबरम ने आतंकवाद को विदेशी प्रशिक्षित और घरेलू आतंकवादियों में विभाजित किया है
- चिदंबरम ने कहा कि घरेलू आतंकवादियों को लेकर सरकार चुप्पी साधे हुए है जबकि वे भी गंभीर खतरा हैं
दिल्ली में हुए बम धमाके की फिलहाल जांच जारी है. अभी तक इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस की फिलहाल पूछताछ जारी है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और संदिग्ध लोगों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है. पुलिस की जांच के बीच देश के पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने इस हमले को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा मैंने पहले भी कई दफा दो तरह के आतंकियों के होने की बात कही थी. हालांकि, मेरे इस बयान को लेकर मुझे पहले कई बार ट्रोल भी किया गया था.
पी. चिदंबरम ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर इस धमाके को लेकर एक पोस्ट भी साझा किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि पहलगाम आतंकी हमले से पहले और बाद में मैंने कहा है कि आतंकवादी दो प्रकार के होते हैं - विदेशी प्रशिक्षित घुसपैठिए आतंकवादी और घरेलू आतंकवादी.
ऑपरेशन सिन्दूर पर बहस के दौरान मैंने संसद में ऐसा कहा था. घरेलू आतंकवादियों के संदर्भ में मेरा मज़ाक उड़ाया गया और मुझे ट्रोल तक किया गया.हालांकि, मुझे कहना होगा कि सरकार ने चुप्पी साध ली क्योंकि सरकार जानती है कि घरेलू आतंकवादी भी हैं.इस ट्वीट का मुद्दा यह है कि हमें खुद से पूछना चाहिए कि वे कौन सी परिस्थितियां हैं जो भारतीय नागरिकों- यहां तक कि शिक्षित व्यक्तियों - को आतंकवादी बना देती है.
आपको बता दें कि दिल्ली ब्लास्ट मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं और अब इस मामले में एक और बड़ी जानकारी सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि ब्लास्ट को अंजाम देने वाला उमर नबी, धमाके से पहले कमला मार्केट थाने स्थित एक मस्जिद भी गया था. इससे पहले तीन घंटे तक लाल किला की पार्किंग में उमर के रहने का राज भी गहराता जा रहा है. सोमवार को हुए इस ब्लास्ट में करीब 9 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग इसमें घायल हैं.
10 मिनट तक रुका मस्जिद में
सूत्रों के मुताबिक उमर नबी ने धमाका करने से पहले दिल्ली के कमला मार्किट थाने इलाके एक मस्जिद गया और यहां पर करीब 10 मिनट तक रुका था. इस ब्लास्ट में बुधवार को एक बड़ी जानकारी सामने आई. इसके तहत उमर दोपहर 3.19 बजे लाल किला की पार्किंग में दाखिल हुआ था और वह यहां से शाम 6.28 बजे निकला और इसके बाद ही ब्लास्ट हो गया. माना जा रहा है कि दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट का जिम्मेदार तीन घंटे से ज्यादा समय तक पास की एक पार्किंग में मौजूद था. जांच से पता चला है कि इस दौरान वह अपनी कार से बिल्कुल भी बाहर नहीं निकला और न ही गाड़ी को लावारिस छोड़ा.













