बुलढाणा: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि विपक्षी नेता उनकी सरकार के पतन के बारे में बात करते रहे, लेकिन यह और मजबूत होती गई. शिंदे की यह टिप्पणी राज्य विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर द्वारा शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों द्वारा दायर अयोग्यता याचिकाओं पर दिए गए फैसले के बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि शिंदे गुट असली शिवसेना है, न कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला गुट.
लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी की पहल 'शिव संकल्प अभियान' के तहत यहां एक रैली में शिंदे ने यह भी कहा कि कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर के खिलाफ बोलती रहती है, और उद्धव ठाकरे उसके बगल में बैठे रहते हैं. शिंदे ने कहा, 'विपक्ष कहता रहा कि सरकार गिर जाएगी, लेकिन हमारी सरकार मजबूत हो गई.'
ठाकरे के कल्याण दौरे के स्पष्ट संदर्भ में, शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अभी इधर-उधर भाग रहे हैं, लेकिन अगर उन्होंने पहले भाग-दौड़ की होती तो वह खुद को इस स्थिति में नहीं पाते.
शिंदे ने पूछा, 'शिवसेना में आपका (उद्धव ठाकरे का) क्या योगदान है? यह शिवसेना के आम कार्यकर्ता हैं जिन्होंने पार्टी बनाने के लिए अपने परिवारों का बलिदान दिया. आपके खिलाफ कितने मामले दर्ज किए गए हैं, आपने कितनी बार (पुलिस का) लाठीचार्ज झेला है?' मुख्यमंत्री ने कहा, ''ठाकरे के खिलाफ उनका विद्रोह और उनकी सरकार को गिराना एक साहसिक कार्य था.''