शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार शाम को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाक़ात की. बैठक के बाद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, विपक्ष का केवल एक मोर्चा (Opposition front) होना चाहिए. हालांकि नेतृत्व के मुद्दे पर उन्होंने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा. शिवसेना इससे पहले कह चुकी है कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का कोई गठबंधन नहीं हो सकता.संजय राउत यह भी कह चुके हैं कि महाराष्ट्र में चल रहा तीन दलों का गठबंधन भी मिनी यूपीए की तरह है. महा विकास अघाड़ी के गठबंधन में शिवसेना के पास मुख्यमंत्री पद है. जबकि कांग्रेस और एनसीपी उसमें भागीदार हैं.
राहुल गांधी से बात जरूर हुई है. लंबी बातचीत हुई. राजनीतिक बातचीत हुई है. संदेश यही है कि सब कुछ ठीक है. जो बातचीत हुई है सबसे पहले उद्धव जी को बताऊंगा. विपक्ष की एकजुटता पर चर्चा हुई. हमने यह पहले से कहा है अगर कोई एक मोर्चा बनता है विपक्ष का तो कांग्रेस के बिना संभव नहीं है. उस बारे में जरूर चर्चा हुई है. राहुल गांधी मुंबई में आने वाले हैं. जल्दी उनका कार्यक्रम बन रहा है और उनका लगता है कि ज्यादा बात करना उचित नहीं है.
राउत ने कहा, मैंने राहुल जी को कहा है आपको लीड लेना चाहिए आपको इस बारे में खुलकर काम करना चाहिए. कोई इस प्रकार से फ्रंट बनाएगा. बहुत सारी राजनीतिक दल आज भी कांग्रेस के साथ हैं तो अलग-अलग फ्रंट बना कर क्या करेंगे. शिवसेना सांसद ने कहा, मैंने कब कहा कि कोई नेता लीड करना चाहिए.
राउत ने कहा, मैं इतना कहता हूं विपक्ष का एक ही फ्रंट होना चाहिए. लीडरशिप के बारे में एक साथ बैठकर आप चर्चा कर सकते हो. लेकिन एक ही फ्रंट होगा और एक ही फ्रंट बनना चाहिए. क्या शिवसेना कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच मतभेदों को खत्म करने का प्रयास कर रही है, इस सवाल पर संजय राउत ने कहा, शरद पवार साहब हैं. पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में भी चर्चा हुई.