राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने मंगलवार को यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया और कहा कि सिन्हा पूर्व में बीजेपी (BJP) के साथ रहे हैं. कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों ने सिन्हा को ‘‘जल्दबाजी'' में इसलिए चुना क्योंकि उन्हें अपने खेमे से कोई उम्मीदवार नहीं मिल पा रहा था.
आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कुमार ने एक ऑडियो संदेश में कहा, ‘‘बेहतर होता कि सरकार और विपक्षी दल देश के (अगले) राष्ट्रपति के लिए आम सहमति पर पहुंच जाते. लेकिन, विपक्षी दलों ने अपने संयुक्त उम्मीदवार को उतारने का फैसला किया है.''
उन्होंने कहा, ‘‘जिस व्यक्ति को उन्होंने (विपक्षी दलों ने) राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुना है, उनकी जड़ें भाजपा, जनसंघ से जुड़ी हैं.''
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सहित कई प्रमुख विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार चुना.
राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को चुनाव होने हैं. राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा बुलाई गई बैठक के लिए विपक्षी दलों के नेता संसद भवन में एकत्र हुए और बैठक में सिन्हा के नाम पर सर्वसम्मति बनी.