'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत ने कई पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर हमला किया, जिससे रनवे, हैंगर और इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा. इससे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा. NDTV के पास इन ठिकानों - सरगोधा, नूर खान (चकलाला), भोलारी, जैकोबाबाद, सुक्कुर और रहीम यार खान - की पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें हैं. इसमें पाकिस्तान को हुए नुकसान को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है.
मैक्सार टेक्नोलॉजीज की हाई-रिज़ॉल्यूशन तस्वीरें भारत के सटीक हमलों में इन हवाई ठिकानों को हुए नुकसान साफ-साफ दिखा रही हैं. एयर ऑपरेशन के महानिदेशक एयर मार्शल एके भारती ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर चुनिंदा सैन्य ठिकानों पर हमला किया और उसकी प्रतिक्रिया "नपी-तुली और संतुलित" थी.
जैकोबाबाद एयर बेस
जैकोबाबाद एयर बेस अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 200 किमी दूर है. यह राजस्थान के लोंगेवाला से पश्चिम में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है.
भारत ने जैकोबाबाद एयर बेस के हैंगर पर हमला किया. हैंगर मुख्य रूप से रखरखाव और मरम्मत के लिए एयर बेस पर विमानों की सुरक्षा के लिए बनाए गए ढांचे होते हैं. 11 मई की सैटेलाइट इमेज में हैंगर को नुकसान और संरचना के बगल में मलबा दिखाई दे रहा है. उससे पहले 30 अप्रैल की एक तस्वीर में वहां स्ट्रक्चर सही सलामत है.
भोलारी एयर बेस
भारत ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित एयर बेस - भोलारी, जैकोबाबाद और सुक्कुर पर हमला किया. यह पाकिस्तान के सबसे नए एयर बेस में से एक है, जो 2017 में चालू हुआ था.
भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए सटीक हमलों के दौरान, भोलारी को लक्ष्य के रूप में चुना गया था. भारत ने यहां भी एयर बेस के हैंगर पर हमला किया, जिससे इसकी छत को गंभीर नुकसान पहुंचा, जैसा कि 11 मई की एक तस्वीर में दिख रहा है.
वहीं 27 अप्रैल की सैटेलाइट तस्वीर, जब पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ा हुआ था, उसमें हैंगर को बरकरार दिखाया गया है.
सुक्कुर एयर बेस
सिंध प्रांत में स्थित सुक्कुर एयर बेस पाकिस्तान के लिए एक रणनीतिक एयर बेस है, जो राजस्थान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के पश्चिम में स्थित है. सुक्कुर, जकोकाबाद और भोलारी सिंध में स्थित हैं. सुक्कुर का संचालन पाकिस्तान की दक्षिणी वायु कमान द्वारा किया जाता है.
10 मई की सैटेलाइट इमेज में बेस पर बड़ा नुकसान और किनारे पर भारी मलबा दिखाई दे रहा है. वहां पेड़-पौधे जले हुए थे जो शायद हमले के बाद लगी आग की वजह से हुई होगी, क्षतिग्रस्त संरचना के बगल में जलने और हमले के निशान दिख रहे हैं.
नूर खान एयर बेस
नूर खान एक रणनीतिक एयर बेस है जो रावलपिंडी और इस्लामाबाद के बीच स्थित है - जो पाकिस्तान के दो प्रमुख केंद्र हैं. पूर्व में पाकिस्तान सेना का मुख्यालय है, जबकि बाद में देश का राजनीतिक शक्ति केंद्र है. एयर बेस को पहले चकलाला के नाम से जाना जाता था. यह पहली बार नहीं था जब भारत ने नूर खान पर हमला किया था. 1971 के युद्ध के दौरान, भारतीय वायु सेना के 20 स्क्वाड्रन ने अपने हॉकर हंटर्स के साथ एयर बेस को निशाना बनाया था.
मैक्सार से मिले उपग्रह तस्वीर में भारत के "मेजर्स एंड कैलिब्रेटेड" हमलों के दौरान कई इमारतें नष्ट होती दिखाई दे रही हैं. वहीं 25 अप्रैल को लगभग दो सप्ताह पहले ली गई उपग्रह तस्वीर में इमारतें बरकरार दिखाई दे रही हैं.
रहीम यार खान
यह एयर बेस पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है और यह बहावलपुर से 200 किलोमीटर दक्षिण में है, जो ऑपरेशन सिंदूर के पहले चरण के दौरान 7 मई को भारत द्वारा टारगेटेड आतंकवादी स्थल है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर मार्शल ए.के. भारती ने एयरबेस के रनवे को हुए भारी नुकसान का वीडियो दिखाया. भारतीय हमलों के बाद रनवे पर एक बड़ा गड्ढा बन गया था. मैक्सार से मिले सैटेलाइट इमेज में वह इलाका दिख रहा है, जिस पर भारत ने हमला किया था. एयरबेस के रनवे के किनारे एक बड़ा गड्ढा बन गया था.
मुशाफ, सरगोधा
सरगोधा में मुशाफ एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना का रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बेस है, जिसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने निशाना बनाया था. सरगोधा लाहौर के पश्चिम में और पंजाब के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित है. 1965 और 1971 के युद्धों के दौरान भारतीय वायुसेना ने अपने हवाई अभियान के दौरान सरगोधा को निशाना बनाया था. भारतीय हमलों के बाद बने गड्ढे कम से कम आठ मीटर चौड़े थे.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय हमलों ने एयरबेस के दो स्थानों पर रनवे को नुकसान पहुंचाया - एक चौराहे पर और दूसरा मुख्य रनवे पर. 10 मई की तस्वीरों में दोनों स्थानों पर भारतीय हमलों के बाद रनवे पर गड्ढे दिखाई दे रहे हैं.
30 अप्रैल और 10 मई की तस्वीरें मुशफ में रनवे को हुए नुकसान की सीमा को दर्शाती हैं.
ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था और पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओजेके) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
भारतीय सशस्त्र बलों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी समूहों के कई शिविरों को नष्ट कर दिया और 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया.
भारत के रात भर के ऑपरेशन के बाद, पाकिस्तानी सेना ने भारत के पश्चिमी हिस्सों में ड्रोन और मिसाइलें दागीं, जिन्हें सफलतापूर्वक रोक दिया गया. इसके बाद भारत ने पाकिस्तानी क्षेत्र में अंदर तक चुनिंदा सैन्य ठिकानों पर हमला किया.
चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद दोनों देशों ने तत्काल प्रभाव से सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए पिछले शनिवार को संघर्ष विराम समझौता किया.