ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चाः राउंड वन किसके नाम? कौन पड़ा 'बिग फाइट' में भारी? जानिए सबकुछ

पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में 16 घंटे की महाडिबेट के दौरान कई मौकों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. कई बार सीधे तो कई बार इशारों में एकदूसरे पर तीर छोड़े गए.

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  • लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर महाबहस के दौरान कई मौकों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई.
  • राजनाथ के बयान पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कई सवाल उठाए तो ललन सिंह ने उन्हें जवाब दिया.
  • अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया तो ओवैसी ने ट्रंप द्वारा कथित संघर्षविराम के ऐलान पर घेरा.
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नई दिल्ली:

लोकसभा में सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर महाबहस हुई. डिबेट के लिए 16 घंटे का समय तय किया गया. इस दौरान कई मौकों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. कई बार सीधे तो कई बार इशारों में एकदूसरे पर तीर छोड़े गए. आइए बताते हैं, लोकसभा में चर्चा के दौरान किस-किस नेता ने तीखे जवाब दिए. 

राजनाथ सिंहः विपक्ष के सवालों पर दागे सवाल 

लोकसभा में चर्चा की शुरुआत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सवाल उठाने वाले विपक्ष के नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस अभियान में भारत के कितने विमान गिरे, यह पूछने के बजाय यह पूछना चाहिए कि देश की सेनाओं ने दुश्मन के कितने विमान गिराए. उन्हें पूछना चाहिए कि कितने आतंकी ठिकानों को तबाह किया. ये पूछना चाहिए कि क्या हमारी सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर में उन आतंकियों के आकाओं को मिटा दिया? प्रश्न पूछना है तो यह पूछिए कि क्या जांबाज सैनिकों को कोई क्षति हुई? उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा के बाद परिणाम मायने रखता है. किसी परीक्षा में कोई बच्चा अच्छे अंक लेकर आ रहा है तो हमारे लिए उसके अंक मायने रखने चाहिए. इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए कि परीक्षा में उसकी पेंसिल टूट गई थी या उसका पेन खो गया था. 

इस पर अमित शाह नाराज हो गए और कहा कि विपक्षी नेताओं से कहने लगे कि मुझे आपत्ति इस पर है कि भारत देश की शपथ लिए हुए विदेश मंत्री यहां बोल रहे हैं, उन पर भरोसा नहीं है, बल्कि किसी और देश पर भरोसा है. मैं समझ सकता हूं कि उनकी पार्टी में विदेश का क्या महत्व है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनकी पार्टी की सभी बातें यहां सदन में थोपी जाएं. अमित शाह ने यहां तक कहा कि यही रवैया रहा तो (विपक्षी नेता) जहां बैठे हैं, वहीं 20 साल और बैठे रहेंगे. शाह ने आगे कहा कि जब उनके अध्यक्ष बोल रहे थे, तो हम उन्हें धैर्यपूर्वक सुन रहे थे. मैं आपको कल बताऊंगा कि उन्होंने कितने झूठ बोले हैं. अब वे सत्य भी नहीं सुन पा रहे हैं. इतने गंभीर विषय पर टोकाटाकी करना क्या विपक्ष को शोभा देता है?उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से कहा कि इन्हें समझाइए, वरना हम भी बाद में अपने सदस्यों को कुछ नहीं समझा पाएंगे. 

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ललन सिंहः असली नस पकड़ा गया, इलाज भी होगा

लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह अपनी बात रख रहे थे, उसी दौरान कुछ विपक्षी सदस्य शोरगुल करते हुए बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का मु्द्दा उठाने लगे. इस पर जेडीयू नेता ललन सिंह ने  हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘जाओ न... उधर वोटर काफी जाली बनवाए हो... उधर जाकर देखो. केंद्रीय पंचायती राज मंत्री ने आगे कहा कि असली नस पकड़ा गया है... इलाज भी पक्का होगा. SIR का विरोध कर रहे विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि एक चीज बता देते हैं कि असली बीमारी पकड़ा जाता है तो उसका इलाज भी परफेक्ट होता है. डायग्नोसिस अगर सही हुआ तो ट्रीटमेंट भी पक्का होता है... आपकी बीमारी समाप्त हो जाएगी, चिंता मत करिए.

उन्होंने कहा कि भारत एक संप्रभु देश है जिसका अर्थ है कि भारत अपने फैसले खुद करेगा लेकिन संघर्ष विराम की घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति ने की... भारत अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान का खंडन भी नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि पहलगाम में हमारे 26 लोगों की जान चली गई लेकिन पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेला जा रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा था कि खून और पानी एकसाथ नहीं बह सकते. व्यापार बंद हुआ तो मैच क्यों खेल रहे हैं.