उम्र बस 9 साल, एक मगरमच्छ से लड़ा, दूसरा ऑपरेशन सिंदूर का 'सिपाही', इन धुरंधर बच्चों को आप भी करेंगे सलाम

भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने आज पूरे देश में वीर बाल दिवस मनाया. इस अवसर पर भारत की नई पीढ़ी के साहस, बलिदान, नवाचार और उत्कृष्ट उपलब्धियों को सम्मानित करते हुए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) प्रदान किए गए. यह आयोजन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया.

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  • वीर बाल दिवस 2025 पर भारत के 20 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से राष्ट्रपति मुर्मू ने सम्मानित किया.
  • 18 राज्यों से चयनित बच्चों में से 2 को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया, जिनके अभिभावकों ने पुरस्कार स्वीकार किया.
  • वीर बाल दिवस गुरु गोविंद सिंह के चार साहिबजादों की शहादत को याद करने के लिए मनाया जाता है.
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देश का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है, जब उसके छोटे-छोटे हाथ बड़े साहस, बड़े सपनों और बड़े संकल्पों को थाम लेते हैं. वीर बाल दिवस 2025 पर भारत ने ऐसे ही अदम्य हौसले वाले बच्चों को सलाम किया. वे बच्चे जो उम्र में छोटे हैं, लेकिन हिम्मत, नवाचार, प्रतिभा और सेवा की भावना में किसी भी महान नायक से कम नहीं हैं. 

आज विज्ञान भवन में जब मंच पर एक-एक कर इन नन्हें वीरों को राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया, तो पूरा देश गर्व से भर उठा. क्योंकि ये सिर्फ पुरस्कार नहीं, बल्कि भारत के उज्ज्वल कल की झलक हैं.

20 बच्चों को राष्ट्रीय सम्मान, 2 बच्चों को मरणोपरांत पुरस्कार

इस वर्ष 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 20 बच्चों को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया. इनमें से 2 बच्चों को मरणोपरांत सम्मान दिया गया. मरणोपरांत सम्मान तमिलनाडु की व्योमा प्रिया और बिहार के कमलेश कुमार को दिया गया. दोनों के अभिभावकों ने मंच पर जाकर पुरस्कार स्वीकार किया.

2025 के प्रमुख पुरस्कार विजेता और उनकी प्रेरक कहानियां

9 साल के अजय ने मगरमच्छ से पिता को बचाया  

अजय ने बचाई पिता की जान

आगरा के 9 वर्षीय अजय राज को साहस श्रेणी में पुरस्कार दिया गया है. उन्होंने लकड़ी से वार कर अपने पिता को मगरमच्छ की पकड़ से बचाया था. उनकी बहादुरी ने हजारों लोगों को प्रेरित किया.

AI इनोवेशन के लिए 17 वर्षीय अर्णव महर्षि को पुरस्कार 

महाराष्ट्र के 17 वर्षीय अर्णव महर्षि

महाराष्ट्र के 17 वर्षीय अर्णव महर्षि को साइंस और टेक्नोलॉजी कैटेगरी में सम्मानित किया गया. उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार उन्हें उनके दो बड़े इनोवेशन, विशेषकर एक AI सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के लिए मिला है, जिसे भारत सरकार ने पेटेंट और कॉपीराइट किया है.

सबसे कम उम्र में लिस्ट‑A शतक, कई क्रिकेट रिकॉर्ड 

14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी

14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने खेल श्रेणी में धमाकेदार उपलब्धियां हासिल कीं हैं.  U‑19 वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा छक्के, लिस्ट‑A क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक, 39 साल पुराना पाकिस्तान के जहूर इलाही का रिकॉर्ड तोड़ा. 

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9 साल की एस्तेर यूट्यूब पर स्टार, इनके 20 मिलियन फॉलोअर

मिजोरम की 9 साल की एस्तेर लालदुहावमी हनामते

मिजोरम की 9 साल की एस्तेर लालदुहावमी हनामते को कला और संस्कृति के लिए पुरस्कार मिला. लालदुहावमी के गाए गए गीत को गृह मंत्री अमित शाह ने सराहा और उन्होंने गिटार दिया. हनामते के पिता लोहार हैं. हनामते एक यूट्यूब स्टार हैं और उनके चैनल पर 20 मिलियन फॉलोवर्स हैं.

कमलेश कुमार ने नदी में बहने से बचाई एक बच्चे की जान, खुद बहा 

कमलेश कुमार के पिता दुखी शाह ने पुरस्कार लिया

11 साल के कमलेश कुमार ने दुर्गावती नदी में एक दूसरे बच्चे की नदी में बहने से जान बचाई. इस दौरान कमलेश कुमार की जान चली गई. बिहार के कैमूर के कमलेश कुमार ने साहस और पराक्रम का उदाहरण पेश किया. दिल्ली में आज कमलेश कुमार के पिता दुखी शाह ने पुरस्कार ग्रहण किया.

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पंजाब में 10 वर्षीय श्रवण सिंह का सैनिकों के लिए समर्पण

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान श्रवण सिंह ने सैनिकों की मदद की.

फिरोजपुर के 10 साल के श्रवण को सामाजिक सेवा कैटेगरी में सम्मान मिला. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना को अपनी तरफ से दूध, चाय, छाछ और बर्फ पहुंचाई थी.  उन्होंने कहा, 'मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे यह अवॉर्ड मिलेगा. मुझे सैनिकों की सेवा करनी थी.'

6 वर्षीय बच्चे को बचाते हुए व्योमा ने जान दी

व्योमा की मां ने लिया पुरस्कार

तमिलनाडु की 8 वर्षीय व्योमा प्रिया को मरणोपरांत बहादुरी सम्मान दिया गया. वह बच्चों के पार्क में खेलते समय एक 6 साल के लड़के को बचाने गई थीं, जिसे टूटी विद्युत केबल के संपर्क में आई स्लाइड से करंट लग रहा था. व्योमा प्रिया की मां अर्चना शिवराम कृष्ण ने यह पुरस्कार लिया. लड़के की जान बच गई, लेकिन व्योमा की मृत्यु हो गई. उनकी मां ने कहा, 'यह सम्मान हमारे लिए गर्व और दुःख का मिश्रित पल है. काश व्योमा खुद यह पुरस्कार लेने आती.'

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वीर बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?

वीर बाल दिवस की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 में की थी. यह दिवस गुरु गोविंद सिंह के चार साहिबजादों अजीत, जुझार, जोरावर और फतेह की शहादत को स्मरण करने के लिए मनाया जाता है. 26 दिसंबर 1705 को मुगल सेना ने चारों बेटों की हत्या कर दी थी. उनकी बहादुरी और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए हर वर्ष यह दिवस मनाया जाता है.

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार कौन पा सकता है?

उम्र सीमा: 5 से 18 वर्ष के बीच के भारत के नागरिक

चयन प्रक्रिया: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय चयन करता है

7 कैटेगरी:

  • कला एवं संस्कृति
  • बहादुरी
  • नवाचार (Innovation)
  • शैक्षणिक उपलब्धि
  • सामाजिक सेवा
  • खेल
  • साइंस एवं टेक्नोलॉजी (नई श्रेणी)

पुरस्कार में एक मेडल, एक प्रमाणपत्र, ₹1 लाख की पुरस्कार राशि मिलती है.

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