- वित्त मंत्री ने कहा, भारत चीन के साथ व्यापार बढ़ाएगा जब चीन भारतीय उत्पादों को अपने बाजार में स्वीकार करेगा
- भारत चाहता है कि चीन के बाजार में भारतीय वस्तुओं की पहुंच बढ़े ताकि दोनों देशों को व्यापार में समान अवसर मिलें
- वित्त मंत्री के अनुसार अमेरिकी 50% टैरिफ का प्रभाव भारत पर सीमित रहेगा और सरकार इसके लिए कार्यरत है
एनडीटीवी के जीएसटी कॉनक्लेव में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिफॉर्म और चीन के साथ व्यापार के सवाल पर अपनी राय रखी. वित्त मंत्री के अनुसार हम अपने देश के दरवाजे तभी खोलेंगे, जब चीन अपने बाजार में भारतीय प्रोडक्ट्स के लिए तैयार हो. हालांकि ये सिर्फ एक बातचीत के साथ ही पूरा हो सकता है.
'हमें भी अपने मार्केट का एक्सेस दें'
निर्मला सीतारमण ने कहा, 'भारत के प्रोडक्ट्स चीन के मार्केट में जाने चाहिए, जिससे देश में बन रहीं वस्तुओं की पहुंच बढ़ेगी. ये सभी बातचीत के जरिए पूरा हो सकता है. इसलिए अगर चीन को हमारे मार्केट में आना है तो हमें भी अपने मार्केट का एक्सेस दे'
'50% टैरिफ का असर भारत पर ज्यादा नहीं'
इसके अलावा एनडीटीवी के प्रोग्राम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिकी ट्रैरिफ पर बात करते हुए कहा, "50% टैरिफ का असर भारत पर पड़ेगा, लेकिन ज्यादा नहीं. इसका असर उस देश पर ज्यादा होगा जो एक्सपोर्ट कई देशों को एक साथ करते हैं. वहीं, हमारे देश पर होने वाले प्रभाव पर सरकार काम कर रही है. इसलिए ज्यादा परेशानी की कोई बात नहीं है. टैरिफ का असर क्या है? इन सभी बातों को देखकर कई स्कीम पर काम हो रहा है."
'अमेरिका से हो रही है बातचीत'
अमेरिका के टैरिफ बाद भारत क्या कदम उठा रहा है, इस सवाल पर वित्तमंत्री ने कहा, "भारत ने सभी दरवाजे खोले हुए हैं. कई राजनयिक टीमें अमेरिका से बात कर रही हैं. हम दूसरों के लिए कोई समस्या नहीं पैदा करना चाहते."