देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बीते दिन कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया है. गुलाम नबी आजाद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित और औपचारिक कार्यक्रम में इस सम्मान को ग्रहण किया. पद्म भूषण पुरस्कार से नवाजे जाने पर गुलाम नबी आजाद ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि, 'अच्छा लगा किसी ने मेरे काम को पहचाना.'
गुलाम नबी आजाद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "देश किसी भी काम को पहचानता है तो यकीनन उससे और भी अच्छा काम करने की इच्छा होती है और मुझे लगता है कि ये अच्छा है कि किसी ने मेरे काम को पहचाना. ये नहीं देखना चाहिए कि किसको मिला और क्यों मिला? क्योंकि ये पुरस्कार देश की तरफ से दिया जाता है." उन्होंने आगे कहा कि, पद्म पुरस्कार किसी सरकार द्वारा नहीं, देश के द्वारा दिया जाता है.
पद्म भूषण पुरस्कार मिलने पर आजाद बोले कि मेरे जीवन के विभिन्न चरणों में मेरे उतार-चढ़ाव के दौरान भी, मैंने हमेशा लोगों के लिए काम करने का प्रयास किया, चाहे वह सामाजिक या राजनीतिक क्षेत्र में हो. गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा के सदस्य थे. करीब 41 सालों से संसदीय राजनीति आजाद साल 2014 से राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे. वह पांच बार राज्यसभा और दो बार लोकसभा सांसद भी रहे.
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आ्रपको बता दें कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद समेत कई हस्तियों को साल 2022 के पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया. देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म पुरस्कार विभिन्न विषयों और गतिविधियों के क्षेत्रों में दिए जाते हैं.
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