ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भीषण ट्रेन हादसे के मद्देनजर शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की. इस हादसे में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और लगभग 900 लोग घायल हुए हैं.
ये रेल दुर्घटना हाल के दिनों में भारत में हुए सबसे घातक में हादसों में से एक है, जो बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के टकराने से हुई है.
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त की नवीनतम रिपोर्ट का हवाला देते हुए, मुख्य सचिव पीके जेना ने कहा कि मरने वालों की संख्या 207 है, जबकि लगभग 900 लोग बालासोर जिले के बहानगा बाजार स्टेशन के पास हुई दुर्घटना में घायल हो गए, कोलकाता से लगभग 250 किमी दक्षिण और भुवनेश्वर से 170 किमी उत्तर में है.
सूचना एवं ओडिशा सरकार के जनसंपर्क विभाग ने ट्वीट किया, "महत्वपूर्ण घोषणा: बहानागा में दुखद रेल दुर्घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक का आदेश दिया है. इसलिए पूरे राज्य में 3 जून को कोई राज्य उत्सव नहीं होगा."
एक अधिकारी के अनुसार, हावड़ा के रास्ते में 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और बगल की पटरियों पर गिर गए. उन्होंने कहा, "पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए."
उन्होंने कहा कि दुर्घटना में एक मालगाड़ी भी शामिल थी, क्योंकि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतरने के बाद उसके डिब्बों से टकरा गए थे. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने कहा कि हादसे में घायल हुए लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
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